कुछ मिनटों में 3 लाख करोड़ स्वाहा, शेयर मार्केट में कोहराम, सेंसेक्स 1400 अंक गिरा
मुंबई
शुरुआती कारोबार में शानदार तेजी के बाद शेयर बाजार (Stock Market U-Turn) ने अचानक यू-टर्न ले लिया है. सेंसेक्स (Sensex) आज अपने हाई लेवल से 2 फीसदी या 1434 अंक लुढ़कर कारोबार कर रहा है. वहीं Nifty ने आज अपना ऑल टाइम हाई लेवल 22,794 टच किया था, जहां से यह करीब 1.60 फीसदी या 400 अंक नीचे कारोबार कर रहा है.
दोपहर 1 बजे निफ्टी 250 अंक लुढ़कर 22,400 पर कारोबार कर रहा था, जबकि सेंसेक्स 916 अंक गिरकर 73,695 पर कारोबार कर रहा है. वहीं बैंक निफ्टी 475 अंक से ज्यादा टूटकर 48,765 लेवल पर कारोबार कर रहा था. बीएसई के टॉप 30 में से 28 शेयरों में तगड़ी गिरावट आई है. बजाज फाइनेंस के स्टॉक में 2 फीसदी की तेजी आई है. वहीं सबसे ज्यादा गिरावट भारती एयरटेल में 2.42 फीसदी की आई है.
NSE पर 2,553 शेयरों में से 763 स्टॉक में तेजी जारी है, जबकि 1,689 स्टॉक में बड़ी गिरावट देखी जा रही है और 101 स्टॉक अनचेंज हैं. 133 शेयरों ने 52 वीक का सबसे उच्चा स्तर टच किया है और 7 ने निचला स्तर छुआ है. 87 स्टॉक में अपर सर्किट लगा है और 37 में लोअर सर्किट है. गौरतलब है कि आज सेंसेक्स 460 अंक चढ़कर 75,095.18 के स्तर पर पहुंच गया था, जबकि निफ्टी करीब 150 अंक चढ़कर अपने ऑल टाइम हाई लेवल 22,794 पर पहुंच गया था.
इन 6 स्टॉक्स में बड़ी गिरावट
शेयर बाजार में भारी गिरावट के कारण CEAT टायर स्टॉक में 4.2 फीसदी, ज्योति लैब्स में 3.6 फीसदी, ब्लू स्टार के शेयर में 3 फीसदी, MRF के शेयर में 3 प्रतिशत, टाटा का ट्रेंट शेयर में 3 प्रतिशत और आईसीआईसीआई लॉम्बोर्ड के स्टॉक में 2.7 प्रतिशत की गिरावट आई है.
अचानक शेयर बाजार ने क्यों मारी पलटी?
शुक्रवार को तेजी के बाद हैवीवेट शेयरों में मुनाफावसूली हावी हुई, जिससे शेयर बाजार नीचे की ओर भागने लगा. रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और आईटी स्टॉक्स में आज मुनाफावसूली देखी गई है. दूसरा कारण, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को 964 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे. तीसरा बड़ा कारण, सेंसेक्स की आज एक्सपाइरी भी है.
आज इतने करोड़ स्वाहा
बीएसई पर सभी लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन करीब 3 लाख करोड़ रुपये घटकर 405.83 लाख करोड़ रुपये हो गया. इसका मतलब है कि बीएसई शेयरों में निवेश करने वालों की वेल्थ में आज 2.67 लाख करोड़ की कमी आई है.
बता दें कच्चे तेल कीमतों में तेजी आई, लेकिन अमेरिकी आर्थिक अनिश्चितता और इजराइल-हमास युद्ध के कारण सीमित कच्चे तेल की आपूर्ति में व्यवधान के कारण कच्चे तेल के बेंचमार्क साप्ताहिक नुकसान की ओर बढ़ रहे थे. जुलाई के लिए ब्रेंट क्रूड वायदा 18 सेंट बढ़कर 83.86 डॉलर प्रति बैरल हो गया. जून के लिए यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 19 सेंट बढ़कर 79.14 डॉलर प्रति बैरल हो गया.