छत्‍तीसगढ़

धान खरीदी केंद्रों में किसान परेशान, धान जांच तो कभी पल्लेदारी के नाम पर हो रही अवैध वसूली

पेण्ड्रा मरवाही.

गौरेला पेण्ड्रा मरवाही जिले के धान खरीदी केंद्रों में किसानो के साथ धान खरीदी के नाम से अवैध वसूली रुकने का नाम नही ले रही है। जहां पर कभी तौल में धान की अधिक खरीदी तो कहीं पल्लेदारी के नाम पर वसूली तो अब कृषि विभाग के कर्मचारियों के द्वारा धान जांच के नाम पर अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है। वसूली के दौरान किसान और कृषि विभाग के लोगों का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

दरअसल, प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी जारी है पर खरीदी केंद्रों में धान खरीदी के दौरान किसानों के साथ अवैध वसूली रुकने का नाम नही ले रही है। ताजा मामला मरवाही के लरकेनी धान खरीदी केंद्र से सामने आया है, जहां पर कोदवाही गांव स्थित धान खरीदी केंद्र में किसानों के साथ लगातार खरीदी केंद्र में तैनात कृषि कर्मचारियों के द्वारा किसानों के साथ धान की जांच के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। आज भी कुछ ऐसा ही हुआ, खरीदी केंद्र में तैनात कृषि विभाग के ग्रेडर जिसकी जवाबदारी खरीदी केंद्र में पहुंचने वाले धान की जांच की होती है। आज भी किसान धान लेकर खरीदी केंद्र पहुंचे, जहां पर ड्यूटी में तैनात ग्रेडर संतोष चंद्रा के द्वारा किसानों से उनके धान की जांच कर पास करने के एवज में 2000 रुपये की मांग की गई। लेकिन किसान ने पैसे देने से इनकार कर दिया, जिसके बाद खरीदी केंद्र में ही किसान और कृषि विभाग के ग्रेडर के बीच तू-तू मैं-मैं होने लगी।
इसका वीडियो खरीदी केंद्र में मौजूद किसानों ने बना लिया और यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वहीं जब मामले में किसानों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ग्रेडर बिना पैसे के धान पास नहीं करते और धान पास नहीं होने पर उन्हें बोरा भी नहीं मिलता किसानों के साथ अवैध वसूली की जाती है, अगर पैसा दे दें तो धान पास, वरना घूमते रहते हैं। वहीं खरीदी केंद्र प्रभारी का कहना है कि लगातार उनके पास भी खरीदी केंद्र में धान जांचने के नाम पर पैसे मांगने की शिकायत मिलती है, जिसकी जानकारी वह अपने अधिकारियों को दे देते हैं पर ग्रेडर के द्वारा धान की जांच के नाम पर किसानों से वसूली गलत है दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

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