कानपुर चिड़ियाघर में ऑस्ट्रेलियन प्रजाति के शुतुरमुर्ग की संदिग्ध हालात में मौत, चिड़ियाघर का ये दावा
कानपुर
कानपुर चिड़ियाघर में ऑस्ट्रेलियन प्रजाति के शुतुरमुर्ग की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। वहीं, चिड़ियाघर प्रशासन का दावा है कि दो शुतुरमुर्ग के बीच हुई लड़ाई में एक की मौत हुई है। पूरे मामले में वन्य अधिकारी चुप्पी साधे हैं। मामला दबाने का प्रयास हो रहा है। लगभग एक साल पहले सैफई लायन सफारी से ऑस्ट्रेलियन प्रजाति के दो शुतुरमुर्ग (मेल) को कानपुर चिड़ियाघर लाया गया था। दोनों को एक ही बाड़े में रखा गया था। दो दिन पहले एक शुतुरमुर्ग घायल अवस्था में कर्मचारियों को बाड़े में पड़ा दिखा। आनन-फानन में वन्य अधिकारियों को इसकी खबर दी गई। परिसर स्थित अस्पताल में डॉक्टरों ने उसका इलाज किया पर कुछ देर में उसकी मौत हो गई।
चिड़ियाघर के वन रेंजर का यह है दावा
चिड़ियाघर के वन रेंजर नवेद इकराम ने बताया कि दोनों शुतुरमुर्ग के बीच हुई लड़ाई के दौरान एक गंभीर घायल हो गया। बाद में उसकी मौत हो गई। उसके शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इसमें अंदरूनी गंभीर चोटों के साथ-साथ ज्यादा खून बहने की बात सामने आई है। मौत का मूल कारण यही है। शुतुरमुर्ग की उम्र 5 से 6 साल बताई गई है।
साथी की जान लेने के बाद छिपा, अब अकेला
करीब एक साल से साथ रह रहे दोनों शुतुरमुर्ग कभी भी हिंसक नहीं हुए। दो दिन पहले अचानक दोनों ने एक-दूसरे पर हमला कर दिया। साथी की जान लेने के बाद दूसरा शुतुरमुर्ग छिपकर बैठा है। वह गुमसुम होकर कोई खास चहल कदमी भी नहीं कर रहा है।
दोनों के लड़ने की खबर कर्मियों को क्यों नहीं हुई
सवाल है कि दोनों के बीच हुए टकराव की खबर सुरक्षा कर्मियों को क्यों नहीं हुई। वन रेंजर का कहना है कि 1100 से अधिक जानवरों की सुरक्षा का जिम्मा आधा दर्जन कर्मचारियों पर है। मामले में कोई लापरवाही नहीं हुई।
अखिलेश यादव ने भी दिखाई थी दिलचस्पी
करीब छह माह पहले कानपुर चिड़ियाघर आए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी दोनों शुतुरमुर्ग को लेकर दिलचस्पी दिखाई थी। दोनों की बेहतर देखभाल के लिए स्थानीय वन अधिकारियों से भी कहा था।