बाजार में निवेशकों का बढ़ा भरोसा, अगस्त महीने में सबसे ज्यादा खोले गए डीमैट खाते
आरबीआई ने कोटक महिंद्रा बैंक के अंतरिम एमडी दीपक गुप्ता की नियुक्ति को दी मंजूरी
नई दिल्ली
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने कोटक महिंद्रा बैंक के अंतरिम प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) के रूप में दीपक गुप्ता की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
कोटक महिंद्रा बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि आरबीआई ने सात सितंबर, 2023 को जारी अपने पत्र के माध्यम से दीपक गुप्ता की नियुक्ति को मंजूरी दी है। उनकी नियुक्ति 2 सितंबर, 2023 से दो महीने के लिए प्रभावी है। बैंक ने उदय कोटक के इस्तीफे के बाद गुप्ता को अंतरिम एमडी और सीईओ नियुक्त किया था।
बैंक ने जारी एक बयान में उम्मीद जताई है कि आरबीआई इस दौरान बैंक के पूर्णकालिक एमडी की नियुक्ति को भी मंजूरी दे देगा। गौरतलब है कि उदय कोटक ने अपने कार्यकाल से लगभग चार महीने पहले एक सितंबर को कोटक महिंद्रा बैंक के एमडी और सीईओ पद से इस्तीफा दे दिया था।
बाजार में निवेशकों का बढ़ा भरोसा, अगस्त महीने में सबसे ज्यादा खोले गए डीमैट खाते
नई दिल्ली
बीते महीने यानी अगस्त में देश में निवेशकों ने जमकर डीमैट खाते खोले हैं। अगस्त में 19 महीनों में सबसे ज्यादा नये डीमैट खाते खोले गये। सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विस और नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी के आंकड़ों पर नजर डालें तो, बीते महीने 31 लाख डीमैट खाते खोले गये।
जो कि जनवरी 2022 के बाद से खाता खुलने की सबसे अधिक संख्या है। कुल डीमैट टेली 12.66 करोड़ को पार कर गई। जो इसके एक महीने पहले की संख्या से 2.51 प्रतिशत और एक साल पहले से 25.83 प्रतिशत अधिक है।
अगर भारत के बेंचमार्क इंडेक्सेस सेंसेक्स और निफ्टी की बात करें को बीते महीने यानी अगस्त में लगभग 2.5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। जबकि ब्रॉडर मार्केट बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में क्रमश: 2.6 प्रतिशत और 6.1 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है।
अगस्त में निवेशकों ने अंडरवैल्यूड स्टॉक्स पर फोकस दिखाया। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सेस में भागीदारी और ट्रेडिंग वॉल्यूम में बढ़त देखी गई। दोनों इंडेक्स अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं।
कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि आईपीओ लिस्टिंग में भी उछाल देखने को मिला। आईपीओ ने लगभग 35 प्रतिशत से 40 प्रतिशत का औसत रिटर्न दिया। इसके अलावा, म्यूचुअल फंड ने बेंचमार्क इंडेक्सेस से बेहतर प्रदर्शन किया है। जिससे शेयर बाजार के प्रति लोगों की रुचि में इजाफा देखने को मिला।