मध्‍यप्रदेश

प्रेमानंदपुरी ने कहा भारतवर्ष को हिंदू राष्ट्र घोषित करना है तो संख्या बल जरूरी, हम अगर संख्या बल में कम रहे ….

उज्जैन
निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंदपुरी ने देश की आबादी को लेकर एक बयान दिया। उन्होंने कहा- 'धिक्कारता हूं मैं हिंदुओं को और चेतावनी देता हूं कि अगर ऐसे ही रहे तो इस भारत में कई पाकिस्तान बन जाएंगे।

महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंदपुरी ने ये बयान 20 सितंबर को उज्जैन में भागवत कथा के दौरान दिया। उन्होंने कहा कि भारतवर्ष को हिंदू राष्ट्र घोषित करना है तो संख्या बल जरूरी है। हम अगर संख्या बल में कम रहे तो अभी तो 240 हैं फिर 40 रह जाएंगे। भारत जब आजाद हुआ था तो वो 2 करोड़ थे, अब 38 करोड़ हो गए हैं। लोकतंत्र में उसी का राज, जिसके हाथ में वोट। यही हाल रहा तो भारत में कई पाकिस्तान बन जाएंगे। भागवत तब तक सुरक्षित है, जब तक ये राष्ट्र सुरक्षित है।

हिंदू महिलाओं को चार बच्चे पैदा करने की सलाह प्रेमानंदपुरी बड़नगर रोड स्थित मोहनपुरा में श्री बाबा धाम मंदिर (अर्जी वाले हनुमान- 81 फीट) में भागवत कथा कर रहे हैं। इसी दौरान उन्होंने हिंदू महिलाओं को चार बच्चे पैदा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मैं व्यासपीठ पर किसी राजनीतिक दल की बात नहीं करता, लेकिन अपने धर्म को संरक्षित करने की बात कहता हूं।

धर्म रहेगा तो हम रहेंगे। आज मेरी बात आप लोगों को बुरी लगेगी। हम संख्या बल में घटते जा रहे हैं, वो लोग बढ़ते जा रहे हैं। असम में 5 लाख रोहिंग्या बिना वीजा, बिना कागज के रह रहे हैं।

जो आज पाकिस्तान में हो रहा है वो हमारे देश में होगा महामंडलेश्वर ने कहा कि जो आज पाकिस्तान में हो रहा है वो हमारे देश में होगा। हमारी माताएं क्षत्राणी हैं, दुर्गा हैं, रानी लक्ष्मीबाई हैं। भारतवर्ष को हिंदू राष्ट्र घोषित करना है तो संख्या बल जरूरी है। शत प्रतिशत हिंदुओं को मतदान करना जरूरी है।

पहले कहा था- हमारी माताएं फिगर मेंटेन करने में लगी हैं

प्रेमानंदपुरी इससे पहले भी इस मुद्दे पर बयान दे चुके हैं। दो महीने पहले ही उन्होंने हिंदुओं को 4 बच्चे पैदा करने की सलाह दी थी। उन्होंने उज्जैन में कहा था कि भारत को हिंदुस्तान बनाना है, तो कम से कम 4-4 संतान होना चाहिए।असम में 5 लाख लोगों के पास कोई पासपोर्ट – वीजा नहीं है, वहां 8-8 बच्चे हो रहे हैं और हमारी माताएं फिगर मेंटेन करने में लगी हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button