भारतीय मौसम विभाग ने कई राज्यों के लिए मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट, मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी
नई दिल्ली
भारतीय मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके मुताबिक रविवार को बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इसके अलावा, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश और बिहार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। आईएमडी की बुलेटिन में कहा गया है कि 15 सितंबर को पश्चिम बंगाल के गंगा वाले इलाकों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और दक्षिण गंगा पश्चिम बंगाल में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है। 16 सितंबर को छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश, रविवार को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा के साथ अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
आईएमडी के अनुसार, अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है, ओडिशा के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और 15 सितंबर को उत्तर ओडिशा के अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा, 16 सितंबर को अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और 17 सितंबर को अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होगी। झारखंड में 15 से 17 सितंबर के बीच अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और दक्षिण झारखंड में अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है। आईएमडी ने कहा कि बिहार, पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में ज्यादातर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश जबकि कुछ छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों के दौरान सड़कों में स्थानीय स्तर पर पानी भरने, निचले इलाकों में जलभराव, अंडरपास बंद होने की संभावना है, मुख्य रूप से शहरी क्षेत्रों में, भूस्खलन, भारी बारिश के कारण दृश्यता में कभी-कभी कमी और यातायात में व्यवधान होने की संभावना है। मौसम की स्थिति को देखते हुए, आईएमडी ने मछुआरों को सोमवार तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने की सलाह दी है। इसने लोगों से जलभराव वाले क्षेत्रों में जाने से बचने और यात्रा से पहले यातायात की भीड़ की जांच करने का भी आग्रह किया है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती क्षेत्र के ऊपर बने गहरे दबाव के कारण मौसम का यह चरम स्तर है। इसके धीरे-धीरे आगे बढ़ने और रविवार शाम तक गहरे दबाव की तीव्रता बनाए रखने की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान यह धीरे-धीरे कमजोर होकर दबाव में बदल जाएगा।