JK चुनाव में उम्मीदवार उतारेगी सपा, मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर पार्टी की नजर
लखनऊ
उत्तर प्रदेश के दो गठबंधन सहयोगी समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस जम्मू कश्मीर के चुनावी रण में अलग-अलग ताल ठोकते नजर आ सकते हैं. हरियाणा और महाराष्ट्र में चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी सपा अब जम्मू कश्मीर के रण में उतरने की तैयारी में है. इसके लिए पार्टी नए सिरे से तैयारियों में जुट गई है.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तीन दिन पहले ही जियालाल शर्मा को जम्मू कश्मीर का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था. अब जियालाल शर्मा की अगुवाई में जम्मू कश्मीर में पार्टी की रीलॉन्चिंग की तैयारी है. सपा मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती है. सपा प्रवक्ता जूही सिंह ने इसे लेकर कहा कि पार्टी पहले भी जम्मू कश्मीर में चुनाव लड़ चुकी है.
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में विधायक और सांसद रह चुके शेख अब्दुल रहमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. वहां पार्टी का संगठन पहले से ही सक्रिय है. जूही सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर की सात सीटों पर सपा के सिंबल पर उम्मीदवार उतारे जाने की संभावना है. उन्होंने साथ ही ये भी जोड़ा कि अंतिम फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को लेना है.
जम्मू कश्मीर में पहले भी चुनाव लड़ चुकी है सपा
सपा जम्मू कश्मीर चुनाव में पहले भी किस्मत आजमा चुकी है. पार्टी ने कठुआ सीट पर उम्मीदवार उतारा था. हालांकि, तब पार्टी उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा था. जम्मू कश्मीर में शेख अब्दुल रहमान सपा के प्रदेश अध्यक्ष हुआ करते थे लेकिन पिछले 10 साल से सूबे में पार्टी निष्क्रिय है. अब नए प्रदेश अध्यक्ष जियालाल वर्मा ने पुराने सपा कार्यकर्ताओं को बुलाकर पार्टी को रीलॉन्च करने की बात कही है.
जम्मू कश्मीर में साथ लड़ रहे नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस
जम्मू कश्मीर चुनाव में डॉक्टर फारुक अब्दुल्ला की अगुवाई वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस का गठबंधन है. दोनों दल साथ चुनाव लड़ रहे हैं. नेशनल कॉन्फ्रेंस 51 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और गठबंधन में 32 सीटें कांग्रेस के हिस्से आई हैं. सीपीआई (एम) और पैंथर्स पार्टी भी गठबंधन के तहत एक-एक सीट पर उम्मीदवार उतारेंगे. सूबे की पांच सीटों पर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस, दोनों ही पार्टियां उम्मीदवार उतारेंगी. फ्रेंडली फाइट के फॉर्मूले के साथ चुनाव मैदान में जाने को तैयार इस गठबंधन में सपा को सीट मिलने की उम्मीद ना के बराबर ही है और यही वजह बताई जा रही है कि पार्टी सात सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है.