राष्‍ट्रीय

संसद का विशेष सत्र पार्लियामेंट की नए भवन में होगा

नईदिल्ली

 केंद्र सरकार द्वारा बुलाए गए संसद के 5 दिवसीय विशेष सत्र दौरान संसदीय कामकाज नए संसद भवन में स्थानांतरित होगा  जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 28 मई को किया था. संसद के नए भवन से जुड़े निर्माण कार्यो को अंतिम रूप दिया जा रहा है ताकि यह सत्र की मेजबानी के लिए तैयार हो सके. सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. सूत्रों के मुताबिक, पहले 2-3 दिन तक वर्तमान संसद भवन में देश की आज़ादी से लेकर अभी तक पास हुए बिल, महत्वपूर्ण चर्चाओं और घटनाओं के बारे में एक प्रस्तुतिकरण हो सकता है. इसके बाद नए संसद भवन में विशेष सत्र का प्रथम सत्र आयोजित होगा .

विशेष सत्र के दौरान जी-20 शिख सम्मेलन के सफल सम्मेलन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व में भारत की धमक और भारत की बढ़ती साख पर प्रस्ताव पारित किया जा सकता है. इसके अलावा 1 से 2 महत्वपूर्ण बिल भी सरकार ला सकती है. इससे पहले, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बृहस्पतिवार को बताया कि केंद्र सरकार ने ‘अमृत काल’ के बीच 18 से 22 सितंबर तक ‘संसद का विशेष सत्र’ बुलाया गया है जिसमें पांच बैठकें होंगी. संसदीय कार्य मंत्री जोशी ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा, ‘संसद का विशेष सत्र (17वीं लोकसभा का 13वां सत्र और राज्यसभा का 261वां सत्र) 18 से 22 सितंबर को बुलाया गया है.’

विशेष सत्र के एजेंडे के बारे में कुछ भी साफ नहीं
संसद के इस विशेष सत्र के एजेंडे के बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है. हालांकि यह सत्र 9 और 10 सितंबर को राष्ट्रीय राजधनी में जी20 शिखर बैठक के कुछ दिनों बाद आयोजित होने जा रहा है. जोशी ने कहा कि संसद के इस विशेष सत्र में पांच बैठकें होंगी. संसदीय कार्य मंत्री ने कहा, ‘अमृत काल के समय में होने वाले इस सत्र में संसद में सार्थक चर्चा और बहस होने को लेकर आशान्वित हूं.’ अपनी पोस्ट के साथ जोशी ने एक्स पर संसद के पुराने भवन के साथ ही नए भवन की तस्वीर भी साझा की है.

संसद का मानसून सत्र 11 अगस्त को समाप्त हुआ
आमतौर पर संसद के तीन सत्र होते हैं. इसमें बजट सत्र, मानसून सत्र और शीतकालीन सत्र शामिल हैं. विशेष परिस्थितियों में संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने का प्रविधान है. संसद का मानसून सत्र 11 अगस्त को समाप्त हुआ था. हाल में चंद्रयान-3 मिशन की सफलता और अमृत काल के दौरान भारत के लक्ष्य भी विशेष सत्र में चर्चा का हिस्सा हो सकते हैं.

कांग्रेस ने केंद्र पर साधा निशाना
विशेष सत्र का एजेंडा स्पष्ट नहीं होने के बीच ऐसी अटकलें हैं कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मोदी सरकार कोई विधेयक पेश कर सकती है. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार द्वारा संसद का विशेष सत्र बुलाने के फैसले के बाद बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि कारोबारी अडाणी समूह के खिलाफ नए खुलासे होने और मुंबई में जारी विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की बैठक के चलते समाचारों का प्रबंधन करने की कवायद के तहत विशेष सत्र की घोषणा की गई है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button