सेंसेक्स 1000 अंक से ज्यादा उछाल, निफ्टी में भी बढ़त, निवेशकों को 3.23 लाख करोड़ का फायदा
मुंबई
शेयर बाजार में शानदार तेजी देखी जा रही है. सेंसेक्स सप्ताह के अखिरी कारोबारी दिन 1000 अंक से ज्यादा चढ़कर 79,984.24 पर पहुंच गया. वहीं निफ्टी की बात करें तो 256.50 अंक उछलकर 24,373 पर पहुंच गया है. हालांकि निफ्टी आज 24,386.85 अंक पर खुला था, जबकि Sensex 79,984.24 पर खुला था. वहीं सेंसेक्स के टॉप 30 में से सभी शेयरों में उछाल आई है.
Tech Mahindra के शेयरों में 2.6 फीसदी की तेजी आई है, जो 1500 के पार पहुंच गया है. इसके बाद टाटा मोटर्स के शेयर में 2.5 फीसदी की तेजी आई है. एचसीएल, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एनटीपीसी के शेयर भी 2 फीसदी चढ़े हैं. इसके अलावा, टॉप 30 में से सबसे कम तेजी हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में आई है. बैंक निफ्टी (Bank Nifty) में 400 अंकों की तेजी आई है.
इन 10 शेयर में शानदार तेजी
डिफेंस सेक्टर का स्टॉक कोचिन शिपयार्ड के शेयर 5 फीसदी चढ़े हैं. अफ्फेल इंडिया के शेयर में 6 फीसदी की तेजी आई है. इसके बाद CAMS में 3.86 फीसदी की तेजी आई है. मिडकैप स्टॉक में OFSS के शेयर 4 फीसदी, एचपीसीएल के शेयर 3 फीसदी, एमपैसा के शेयर 3 फीसदी, Eicher Motors के शेयर 4 फीसदी, ONGC के शेयर 3.36 फीसदी और एबीबी इंडिया के शेयर 3.71 फीसदी चढ़कर कारोबार कर रहे हैं.
अचानक क्यों आई शेयर बाजार में धुंआधार तेजी?
कल रात में अमेरिकी बाजार में शानदार तेजी आई है. नैसडेक इंडेक्स में 2.87 फीसदी की तेजी आई है, जबकि डाउ जोन में 1.71 फीसदी की तेजी देखी गई है. इसके अलावा, जापान के शेयर बाजार में 1.26 फीसदी की तेजी देखी गई. इन मार्केट में अच्छी तेजी के कारण आज भारतीय शेयर बाजार में तेजी देखी जा रही है.
बता दें मंदी की आशंका और ईरान-इजरायल के वार के संकेत के कारण यूरोप से लेकर अमेरिका तक का मार्केट तेजी से गिरा था, लेकिन अब वहां पर थोड़ी स्थिरता आई है और निवेशकों का अभी ग्लोबल मार्केट पर भरोसा टिका हुआ है, जिस कारण अच्छी तेजी आई है. ग्लोबल मार्केट में तेजी देखते हुए भारतीय बाजार का भी सेंटिमेंट बदला है और आज शानदार तेजी देखी जा रही है. इसके अलावा, एलआईसी और अन्य कंपनियों के तिमाही नतीजे का भी असर शेयर बाजार पर पड़ा है.
निवेशकों को 4.4 लाख करोड़ का मुनाफा
शेयर बाजार में शानदार तेजी के कारण बीएसई मार्केट कैप भी बढ़ा है. BSE मार्केट कैप शुरुआती कारोबार में 4.4 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 450.15 लाख करोड़ रुपये हो चुका है. इसका मतलब है कि निवेशकों की वैल्यूवेशन में 4.4 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है.