भारत-बांग्लादेश की जल सीमा पर बीएसएफ ने तैनात किए स्पेशल निगरानी बोट
नई दिल्ली/पटना/ कोलकाता
बांग्लादेश के हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। निशाने पर हिंदू मंदिर और सांस्कृतिक केंद्र भी हैं। हिंदुओं की स्थिति पर भाजपा नेता और विधायक हरिभूषण ठाकुर ने चिंता जताई है। हरिभूषण ठाकुर ने कहा, “बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ जो हो रहा है, वह दु:खद और दुर्भाग्यपूर्ण है। वह हमारा मित्र राष्ट्र है और तख्तापलट की घटना ने हिंदुओं के लिए परेशानी बढ़ा दी है। दुःख की बात है कि वहां हिंदुओं की संपत्तियों को लूटा जा रहा है। मंदिरों पर हमला किया जा रहा है। इस घटना को लेकर भारत सरकार गंभीर है। आज सर्वदलीय बैठक हुई है और भारत सरकार वहां की स्थिति पर पैनी नजर बनाए हुए है।”
उन्होंने पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। कहा, “बांग्लादेश में हिंदुओं को तबाह किया जा रहा है और मंदिरों को जलाया जा रहा है। ऐसे हालातों में वहां के बेबस और लाचार हिंदू भारत का रूख करेंगे। अगर सुवेंदु अधिकारी ने कुछ कहा है तो यह गंभीर मामला है। भारत सरकार वहां के हालातों पर पल-पल की नजर रख रही है। सही समय पर उचित फैसला लिया जाएगा।” उन्होंने बिहार के सीमांचल क्षेत्र में रह रहे बांग्लादेशी मुस्लिम शरणार्थियों की मौजूदगी पर सवाल उठाए। कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है। पाकिस्तान और बांग्लादेश की क्या स्थिति है, हम सब देख रहे हैं।
भारत में भी इसका असर पड़ेगा। लेकिन, भारत सरकार पूरी तरह से मुस्तैद है। बता दें कि बांग्लादेश के हालात को लेकर मंगलवार को केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। संसद भवन परिसर में हुई इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को बांग्लादेश के हालात की जानकारी दी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बैठक में कहा कि हम बांग्लादेश आर्मी के टच में है। अभी वहां के हालात जटिल है। जैसे ही कुछ नया अपडेट होगा तो इस बारे में जानकारी साझा की जाएगी।
भारत-बांग्लादेश की जल सीमा पर बीएसएफ ने तैनात किए स्पेशल निगरानी बोट
बांग्लादेश में जारी राजनीतिक उथल-पुथल और हिंसा के चलते सीमा पर घुसपैठ की संभावना बढ़ गई है। इस स्थिति से निपटने के लिए बीएसएफ ने बांग्लादेश से लगती हजारों किलोमीटर लंबी सीमा को सील कर दिया है और सुंदरबन इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। बीएसएफ के डीजी दलजीत सिंह चौधरी ने सोमवार को ही सीमा क्षेत्रों का निरीक्षण किया और सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। मंगलवार को बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुंदरबन क्षेत्र में समुद्र और नदी भारत बांग्लादेश के बीच प्राकृतिक सीमा रेखा है। यहां विशेष तौर पर सतर्कता बरती जा रही है और किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए विशेष निगरानी वोट तैनात किए गए हैं।
बीएसएफ की खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, बांग्लादेश में अस्थिरता और हिंसा बढ़ने के साथ-साथ वहां के कई निवासी प्रभावित हो रहे हैं। इस कारण कुछ लोग भारत में घुसपैठ करने की कोशिश कर सकते हैं, जिसमें भारतविरोधी तत्व और आतंकवादी भी शामिल हो सकते हैं। इसलिए, बीएसएफ ने सीमा पर तत्काल सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय लिया है और सोमवार दोपहर तक पूरे बांग्लादेश सीमा को सील कर दिया है। इसके बाद रात के समय पर अतिरिक्त निगरानी बढ़ाई गई है क्योंकि ऐसे ही समय पर घुसपैठ की आशंका बनी रहती है। बीएसएफ सूत्रों के मुताबिक, देश के अन्य क्षेत्रों से भी अतिरिक्त जवानों को पूर्वी क्षेत्र में तैनात किया जा रहा है। विशेष ध्यान नदी और समुद्री मार्गों पर दिया जा रहा है ताकि इन मार्गों से होने वाली घुसपैठ को रोका जा सके। रात में भी नदी सीमाओं की निगरानी के लिए जवानों को नाइट विजन बाइनोकुलर दिए गए हैं।
अधिकारी ने बताया कि तीन अगस्त को एसएसबी के डीजी दलजीत सिंह चौधरी ने बीएसएफ के अतिरिक्त डीजी का कार्यभार संभाला और उत्तर 24 परगना और सुंदरबन की सीमाओं का दौरा किया। उनके साथ बीएसएफ के अतिरिक्त डीजी रवि गांधी, दक्षिण बंगाल के आईजी मनिंदर प्रताप सिंह और अन्य अधिकारी भी थे। उन्होंने नदी और समुद्री मार्गों की सुरक्षा की जांच की और सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए।
सुंदरबन में घुसपैठ की संभावना को देखते हुए बीएसएफ ने वहां के सभी जलयानों पर कड़ी निगरानी रखी है। जवान दिन और रात में स्पीडबोट से गश्त कर रहे हैं ताकि किसी भी तरह की घुसपैठ को रोका जा सके।
बिहार पुलिस मुख्यालय ने बांग्लादेश की घटना को लेकर जारी किया अलर्ट
बांग्लादेश में उपद्रव और हिंसा को लेकर बिहार में अलर्ट जारी किया गया है। पुलिस मुख्यालय ने सभी सीमावर्ती जिलों में पुलिस और एसएसबी को अलर्ट रहने को कहा है। सीमा वाले इलाकों में सघन जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ साथ किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए बिहार पुलिस और एसएसबी को तैयार रहने को कहा गया है। सीमांचल में बांग्लादेश और बिहार की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है।
कटिहार और किशनगंज से बांग्लादेश की सीमा सटी हुई है। ऐसे में बिहार पुलिस मुख्यालय ने सीमावर्ती जिलों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। साथ ही एसएसबी को सतर्क किया गया है और 24 घंटे निगरानी रखने को कहा गया है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर पुलिस और एसएसबी अलर्ट मोड में आ गए हैं। बांग्लादेश और बिहार के सीमावर्ती इलाकों में गाड़ियों की और हर आने-जाने वालों की सघन जांच की जा रही है। पहचान पत्र देखने के बाद ही किसी को भी भारत में आने की अनुमति दी जा रही है। सीमावर्ती इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तू की जानकारी होने पर तत्काल सूचना देने को कहा गया है। लोग किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी स्थानीय थाना, जिले के एसपी या टॉल फ्री नंबर 14432 या डायल 112 पर देने की अपील की है
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं। अबतक सैकड़ों लोगों की जान चली गई है जबकि बड़ी संख्या में लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालात इतने बेकाबू हो गए हैं कि क्या आम और क्या खास कोई भी सुरक्षित नहीं है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भारत में शरण लेना पड़ा है। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश में कई इमारतों और संस्थानों को आग के हवाले कर दिया है।