UPSC ने ट्रेनी IAS पूजा खेडकर के खिलाफ दर्ज कराई FIR, अब नौकरी पर लटकी तलवार
मुंबई
प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के खिलाफ संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने एफआईआर दर्ज करा दी है। इसके अलावा संस्था ने उन्हें नोटिस जारी किया है और गड़बड़ियों पर जवाब मांगा है। UPSC ने उनसे जवाब मांगा है और पूछा है कि क्यों न आपकी उम्मीदवारी को रद्द कर दिया जाए। इसके अलावा आगे होने वाली परीक्षाओं से भी वंचित किया जा सकता है। बता दें कि पूजा खेडकर पर आरोप लगा था कि उन्होंने ओबीसी कोटे के लिए धोखाधड़ी की। इसके अलावा सेवा में तैनाती के बाद ही गलत मांगें करने लगीं। मामला संज्ञान में आया तो फाइल खुली और फिर एक के बाद एक गड़बड़ियां मिलती चली गईं।
पूजा खेडकर ने नाम, पता, पिता का नाम सब बदल डाला
यूपीएससी की ओर से जारी बयान में कहा गया है, 'पूजा खेडकर के खिलाफ विस्तृत जांच कराई गई है। इसमें पता चला है कि उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा 2022 में वह नियमों का उल्लंघन करके बैठी थीं। उनकी परीक्षा में बैठने की लिमिट पूरी हो गई थी और पूजा ने धोखाधड़ी करते हुए अपनी पहचान बदल ली। उन्होंने अपना नाम, पिता का नाम, मां का नाम, फोटो और साइन बदल डाले। इसके अलावा मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और पता भी बदला। इस तरह उन्हें लिमिट से भी ज्यादा बार परीक्षा में बैठने का मौका मिला।'
UPSC ने कहा- हम कोई समझौता नहीं कर सकते
संस्था ने कहा कि इस जांच के बाद हमने पूजा खेडकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इसके अलावा नोटिस जारी किया गया है कि क्यों न 2022 की परीक्षा के बाद हुए आपके चयन को रद्द कर दिया जाए। इसके अलावा भविष्य में होने वाली परीक्षाओं में बैठने से भी रोक लगा दी जाए। UPSC ने कहा कि हम एक संवैधानिक संस्थान हैं और नियमों का पालन करना या कराना हमारी जिम्मेदारी है। हमने यह साफ किया है कि परीक्षा में किसी भी तरह की धांधली न हो और यदि गड़बड़ी कोई कर रहा है तो उस पर ऐक्शन लिया जाए। UPSC ने कहा कि हमने भरोसा अर्जित किया है। खासतौर पर उम्मीदवारों का हम पर भरोसा होता है। हम लोगों का भरोसा बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और उससे किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा।
जा सकती है पूजा खेडकर की नौकरी
UPSC ने पूजा को नोटिस जारी कर गड़बड़ियों पर जवाब मांगा है। UPSC ने उनसे पूछा है कि क्यों न उनकी उम्मीदवारी रद्द की जाए। इसके अलावा पूजा को आगे होने वाली परीक्षाओं में हिस्सा लेने पर भी रोक लगाई जा सकती है। आयोग ने एक बयान में कहा कि उसने सिविल सेवा परीक्षा-2022 की अनंतिम रूप से अनुशंसित उम्मीदवार पूजा दिलीप खेडकर के दुर्व्यवहार की विस्तृत और गहन जांच की है।
क्यों विवादों से घिरी हैं IAS पूजा?
पूजा पुणे में सहायक कलेक्टर के पद पर तैनाती मिलते ही खास मांगों को लेकर विवादों में घिर गईं। आरोप है कि पूजा ने तैनाती लेने से पहले ही कार, आवास, कर्मचारी और अलग कमरे के लिए बार-बार दबाव बनाया, जबकि प्रोबेशन पर यह सुविधाएं नहीं मिलती। जिलाधिकारी ने इसकी शिकायत मुख्य सचिव से की, जिसके बाद उनका तबादला वाशिम हो गया। उनके विकलांगता और OBC प्रमाणपत्र को लेकर भी जांच शुरू है। उन्होंने खुद को नॉन-क्रीमी लेयर बताया था।
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UPSC ने कहा- पूजा ने अपनी पहचान बदली
आयोग ने कहा, "जांच से पता चला है कि पूजा ने अपना नाम, पिता और माता का नाम, फोटो, हस्ताक्षर, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर, पता और पहचान बदलकर परीक्षा नियमों के तहत अनुमेय सीमा से अधिक प्रयासों का लाभ उठाया है। UPSC ने पुलिस अधिकारियों के पास प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज करके आपराधिक अभियोजन सहित उनके खिलाफ कई कार्रवाई शुरू की है। उनकी उम्मीदवारी रद्द करने/भविष्य की परीक्षाओं से रोकने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।"