कांग्रेस से आए रावत को कैबिनेट मंत्री बनाया गया, वहीं दो और विधायकों को अभी भी इंतजार
भोपाल
मोहन कैबिनेट में एक और मंत्री बढ़ गए हैं. नए नवेले मंत्री बने हैं रामनिवास रावत जिन्हें एक नहीं बल्कि दो बार मंत्री पद की शपथ लेनी पड़ी है. लोकसभा चुनाव के वक्त कई नेता कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. उन्हीं में से एक सिंधिया गुट के नेता रामनिवास रावत थे. जिन्हें हाल ही मंत्री बनाया गया है. रावत के मंत्री बनने के बाद कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए नेताओें को भी अपने तोहफे का इंतजार है. ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही उन्हें भी कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है.
रावत को मिलेगा ये बड़ा मंत्रालय
अब सवाल यह है कि आखिर रामनिवास रावत को कौन सा मंत्रालय मिल सकता है. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के पास अभी 12 मंत्रालय हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि उन्हीं में से कोई एक मंत्रालय जो है वह अब रामनिवास रावत को मिल सकता है. इसमें खास तौर पर औद्योगिक मंत्रालय और खनिज विभाग की जो है लगातार चर्चा चल रही है कि इन दो मंत्रालयों में से कोई एक मंत्रालय रामनिवास रावत को मिल सकता है.
इन तीन विधायकों ने थामा था बीजेपी का दामन
बता दें, लोकसभा चुनाव से दौरान कांग्रेस के तीन विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की थी. सबसे पहले अमरवाड़ा से तीन बार के विधायक कमलेश शाह ने 29 मार्च 2024 को कांग्रेस छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी. इसके बाद विजयपुर सीट से छह बार के विधायक रामनिवास रावत ने 30 अप्रैल 2024 को कांग्रेस छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ले ली थी. इसी तरह सागर जिले की एकमात्र कांग्रेस विधायक ने निर्मला सप्रे ने 5 मई को दल बदल लिया था. उन्होंने सीएम मोहन यादव की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामा था.
कब मिलेगा ईनाम?
रामनिवास रावत को कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने का ईनाम मिल चुका है. उन्हें मोहन सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. इसी के साथ ही चर्चा तेज हो गई है कि पार्टी बाकि अन्य दो विधायकों को भी कोई बड़ा पद दे सकती है. हालांकि अमरवाड़ा उपचुनाव परिणाम के बाद कमलेश शाह को कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है.