दुष्यंत चौटाला ने कांग्रेस पर डाले डोरे!भविष्य में बीजेपी के साथ जाने का कोई औचित्य नही: दुष्यंत चौटाला
चंडीगढ़
हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और जननायक जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता दुष्यंत चौटाला बीजेपी के साथ गठबंधन के मुद्दे पर खुलकर सामने आए। उन्होंने कहा है कि जेजेपी को बीजेपी के साथ गठबंधन करके भारी नुकसान उठाना पड़ा। भविष्य में बीजेपी के साथ जाने का कोई औचित्य नहीं है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश की जनता में बीजेपी के प्रति भारी रोष था, जिसका खमियाजा जेजेपी को भुगतना पड़ा। हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट पर होने वाले चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी मिलकर खेल रहे हैं।
अगर कांग्रेस असलियत में बीजेपी को टक्कर देना चाहती है तो सांझा सामाजिक राज्यसभा उम्मीदवार उतारे, हम साथ देने को तैयार हैं। कांग्रेस पहले ही मैदान छोड़ रही है, भूपेंद्र हुड्डा की ओर से नंबर न होने की बात कहना बीजेपी के साथ मैच फिक्सिंग दिखाता है। कांग्रेस किसी भी सामाजिक व्यक्ति या किसी खिलाड़ी को राज्यसभा में भेजे, विपक्ष पूरी तरह से एकजुट होगा।
भविष्य की रणनीति पर दुष्यंत ने कहा कि पांच जुलाई से जेजेपी की ओर से जिलास्तर पर बैठकों का आयोजन किया जाएगा। सभी 22 जिलों में कार्यकर्ताओं का फीडबैक लेकर विधानसभा चुनाव की तैयारी की जाएगी। जेजेपी प्रदेश के सभी 90 विधानसभा हलकों में अपने प्रत्याशी उतारेगी। लोकसभा में चुनाव का नारा मोदी हराओ या मोदी जिताओ था, लेकिन विधानसभा में परिणाम इसके विपरीत होगा।
'हरियाणा में बढ़ा क्राइम'
हरियाणा में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाओं के मुद्दे पर नायब सैनी सरकार को घेरते हुए दुष्यंत ने कहा कि पिछले एक सप्ताह में हत्या, लूट जैसी अनेक आपराधिक घटनाएं हुईं, जो 20 साल में एक सप्ताह में कभी नहीं हुई। मुख्यमंत्री नायब सैनी को गृह विभाग छोड़कर किसी अन्य मंत्री को देना चाहिए।
14 विधायक एकत्र करें, कांग्रेस का मिलेगा समर्थन: हुड्डा
वहीं, राज्यसभा चुनाव के लिए संयुक्त प्रत्याशी उतारे जाने को लेकर दुष्यंत के बयान पर नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि इस चुनाव को लेकर कांग्रेस का स्टैंड पूरी तरह से साफ है। वे 14 विधायक एकत्र करके दें, कांग्रेस के सभी विधायक निर्दलीय प्रत्याशी को वोट डालकर राज्यसभा में भेजेंगे। हुड्डा ने दुष्यंत का नाम लिए बगैर कहा कि चाहें तो वह अपने प्रत्याशी उतार दें, लेकिन बीजेपी के खिलाफ अगर उनकी नियत है तो 14 विधायक एकजुट करें। अलग-अलग बयानों के बजाय विधायकों को एकजुट करने में अपनी ऊर्जा लगाएं ताकि बीजेपी को हराया जा सके।