अंतर्राष्ट्रीय

इज़राइली टैंक पर 100 गोलों से हमला, उड़े परखच्चे, भीषण हमले में 101 की मौत

गाज़ा

इजरायल ने एक बार फिर बेकसूर फिलिस्तीनियों पर कहर ढा दिया है। गाजा के अलग-अलग इलाकों में हुए हमले में 101 फिलिस्तीनियों की जान चली गई है, जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हुए है। बता दें कि इजरयाल ने ये अटैक हवाई हमले के जरिए किए है। इजरायाल की सेना ने  सबसे घातक हमला गाजा के सबसे पुराने शरणार्थी शिविर अल शाती पर किया, जिसमें 24 लोग मारे गए, जबकि दर्जनों घायल हो गए। इन हमलों में कई रिफ्यूजी कैंप नेस्तनाबूद हो गए है।

बीते दिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि पिछले अक्टूबर से गाजा पट्टी पर इजरायल के जारी हमले में कम से कम 37,551 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि हमले में 85,911 अन्य लोग भी घायल हुए हैं, जिनमें से ज्यादातर लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। इन घायलो में कई महिलाएं और बच्चे हैं।

इसमें कहा गया है कि आठ महीने से ज़्यादा समय से चल रहे इजरायली हमलों के बाद कई लोग मलबे में दबे हुए हैं। इसी के साथ कई सड़कों पर भी हैं, क्योंकि बचाव दल उन तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इजरायली युद्ध के आठ महीने से ज़्यादा समय से चल रहे इस युद्ध में, भोजन, स्वच्छ पानी और दवा की कमी के कारण गाजा के बड़े हिस्से खंडहर में तब्दील हो गए हैं। अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में इजरायल पर नरसंहार का आरोप लगाया गया है, जिसके नवीनतम फैसले में तेल अवीव को राफा में अपना अभियान तत्काल रोकने का आदेश दिया गया है। जहां 6 मई को आक्रमण से पहले 10 लाख से अधिक फिलिस्तीनियों ने युद्ध से बचने के लिए शरण ली थी।

इजरायल इस समय सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहा है, एक तरफ उस पर गाजा में युद्धविराम के लिए भारी अंतरराष्ट्रीय दबाब है, वहीं हमास की कैद से बंधकों की रिहाई के लिए इजरायली शहरों में लगतार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. शनिवार को हजारों लोग तेल अवीव की सड़कों पर उतर आए और मार्च निकाला. प्रदर्शनकारियों ने गाजा में तुरंत युद्धविराम की मांग की है.

बंधक बनाए गए लोगों के परिजनों को डर है कि यदि इजरायल सीजफायर के लिए राजी नहीं होता तो युद्ध लंबा खिंचेगा और ज्यादा बंधक मारे जाएंगे. प्रदर्शन में शामिल लोगों ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का इस्तीफा भी मांगा. इसके साथ ही देश में आम चुनाव कराए जाने की मांग की है. एक प्रदर्शनकारी लिआड स्वेज़-कर्णी ने कहा कि हम सब शांति से रहना चाहते हैं.

पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला कर 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया था. करीब आधे बंधकों को हमास अब तक छोड़ चुका है, जबकि 41 बंधकों की मौत हो चुकी है. लेकिन अभी भी उसके कैद में करीब 116 इजरायली नागरिक हैं. वहीं इस प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शकारियों के बीच झड़पे भी हुई, जिसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग किया.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button