लोकसभा में छिंदवाड़ा में मिली करारी हार पर पहली बार बोले जीतू पटवारी, क्यों उठने लगे MP कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल?
अमरवाड़ा
छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा सीट जीतने के लिए जीतू पटवारी अपना पूरा जोर लगा रहे हैं. कांग्रेस प्रत्याशी धीरन शाह इनवाती के लिए जीतू ने अमरवाड़ा में हुंकार भरते हुए नजर आए. बीते दिन प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने अमरवाड़ा पहुंचकर कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन दाखिल कराया. इसके साथ ही एक जनसभा को संबोधित भी किया. इस दौरान जीतू पटवारी ने कहा "कहा कि कांग्रेस दुर्भाग्यपूर्ण लोकसभा चुनाव में हार गई. लेकिन, छिंदवाड़ा की जनता ने हमेशा कमलनाथ जी का साथ दिया है. इस बार धीरन इनवाती को अमरवाड़ा से जिताना है."
जीतू पटवारी ने कहा "अमरवाड़ा की पावन धरती जिसने हमेशा कांग्रेस का और आदिवासियों के सम्मान का साथ दिया. अभी चुनाव हुए लोकसभा के दुर्भाग्य से कांग्रेस पार्टी की इसमें पराजय हुई है. इससे पहले विधानसभा के चुनाव हुए थे. जो कमलनाथ जी के नेतृत्व में थे. उसमे भी आपने सात विधायक दिए थे. अमरवाड़ा का भी विधायक कांग्रेस पार्टी का कमलनाथ जी का आपने दिया था. दुर्भाग्य से वहां भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है. साथियों आपके कंधों पर भारी जिम्मेवारी है."
जीतू के नेतृत्व पर उठने लगे सवाल
बता दें कि जीतू पटवारी के नेतृत्व में कांग्रेस ने एमपी में लोकसभा चुनाव लड़ा. लेकिन, 29 की 29 सीट कांग्रेस हार गई. यहां तक कि कमलनाथ अपने बेटे की सीट छिंदवाड़ा भी नहीं बचा पाए. अब करारी हार के बाद जीतू पटवारी के नेतृत्व पर सवाल खड़े होने लगे हैं. विरोध के सुर पार्टी में उठने लगे हैं. और, जीतू को पद से हटाने की मांग उठने लगी है. अब देखना होगा अमरवाड़ा उपचुनाव जीतू के नेतृत्व में नहीं जीते तो कांग्रेस आला कमान नेतृत्व परिवर्तन करता है.