मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से लू और भीषण गर्मी के प्रकोप से बचान के लिए सावधानी बरतने की अपील की
भोपाल
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बढ़ती गर्मी को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने प्रदेशवासियों से लू और भीषण गर्मी के प्रकोप से बचान के लिए सावधानी बरतने की अपील की है. मुख्यमंत्री ने कहा वर्तमान में प्रदेश में भीषण गर्मी का दौर चल रहा है और लू का प्रकोप बना हुआ है. बहुत आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकले. जरूरमंद लोगों को अपने जल स्रोतों से जल उपलब्ध कराएं, जो लोग कठिनाई में हैं उनकी मदद करें. पौधें, पशु-पक्षी को भी जल का सहारा दें. यह हमारा प्रकृति से जुड़ने का संवेदनशील और सरल तरीका है.
आज प्रदेश के 49 जिलों में गर्मी का सितम
बता दें आज मध्य प्रदेश के 49 जिलों में गर्मी अपना सितम ढहा रही है. प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान 45 डिग्री के पार चल रहा है. जबकि रतलाम, धार-राजगढ़ में लू का रेड अलर्ट है. प्रदेश के 46 जिलों में भी पारा 45 से 47 डिग्री के बीच बना हुआ है. इन जिलों में भोपाल, उज्जैन, इंदौर, भिंड, श्योपुरकलां, शिवपुरी, गुना, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, आगर मालवा, शाजापुर, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, बड़वानी, अलीराजपुर और झाबुआ के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जबकि भोपाल ग्वालियर, जबलपुर, नीमच, मंदसौर, मुरैना, दतिया, अशोकनगर, विदिशा, सागर, दमोह, कटनी, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, देवास, सीहोर, रायसेन, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, शहडोल, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, उमरिया और अनूपपुर जिले शामिल हैं.
स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी
तापमान में बढ़ोत्तरी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की गई है. स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि तेज धूप और गर्मी में ज्यादा देर तक रहने के कारण शरीर में पानी और नमक की कमी हो जाती है. इससे बचाव के लिए जरूरी है कि बहुत अधिक समय तक धूप के सीधे संपर्क में न रहे. तेज गर्मी होने पर अधिक मात्रा में पानी पीना, सर और कानों को कपड़े से अच्छी तरह से ढकना, हल्के सूती वस्त्र पहनना तथा धूप में चश्मा, छाता, टोपी एवं जूता पहनना जरूरी है.
ये उपाय भी जरूरी
पसीना अधिक आने की स्थिति में ओआरएस घोल, लस्सी, मठ्ठा एवं फलों का रस पीना चाहिए. चक्कर या मितली आने पर छायादार स्थान पर रुक कर आराम करना, शीतल पानी अथवा उपलब्धता अनुसार फलों का रस लस्सी आदि का सेवन किया जाना चाहिए. उल्टी होने, सर दर्द, तेज बुखार की स्थिति होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में सलाह लेनी चाहिए. लू लगने पर प्रारंभिक तौर पर व्यक्ति को पंखे के नीचे हवा में लेट कर आराम करवाना चाहिए. बुखार होने पर सिर पर ठंडे पानी की पट्टी लगानी चाहिए.
छोटे बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों का गर्मी के मौसम में विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए. हीट स्ट्रोक जानलेवा हो सकता है. लू लगने पर सबसे पहले मरीज को पानी पिलाकर शरीर के तापमान को कम करने के उपाय किए जाने चाहिए. शरीर में पानी की कमी ना हो इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए. सामान्य तापमान के पानी में कपड़े को भिगोकर शरीर पर मलना चाहिए. मरीज को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाना जरूरी है.