गर्मी से हाल- बेहाल , झाबुआ में सड़क पर पिघलने लगा डामर
पेटलावद
गर्मी ने पिछले कई वर्षों के रिकार्ड तोड़ते हुए मई के अंतिम दिन पारा 43 डिग्री के पार पहुंचा दिया है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। इससे पहले मई में इतना तापमान कभी नहीं पहुंचा था। इस साल मई के अंतिम दिन अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच जाने से मई में रिकार्ड तोड़ गर्मी का एहसास हुआ। तापमान सामान्य से 7 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने के कारण शहर हीटवेव की चपेट में रहा।
मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटे में गर्मी और बढ़ने के आसार हैं।मई ने जाते-जाते बढ़ा दी गर्मीमई के अंत में ही गर्मी ने इस माह के सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिए। आने वाले दिनों में गर्मी और प्रचंड होने की संभावना जताई गई है।
मई और जून में वैसे ही गर्मी का असर बढ़ जाता है। हाल में बढ़े तापमान को लेकर मौसम विभाग का कहना है कि फिलहाल मौसम को प्रभावित करने वाला कोई सिस्टम नहीं बन रहा है। हवा में नमी घट चुकी है। रुखी हवा चल रही है जिसके कारण गर्मी और बढ़ेगी। गुजरात, राजस्थान होते हुए हवाएं आ रही हैं। यह हवाएं रेगिस्तान की गर्मी को अपने साथ लेकर आ रही है। पश्चिमी हवाओं का असर गर्मी को और बढ़ा रहा है।
दिनभर लू ने सताया
मंगलवार को तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जाने के बाद दोपहर में चल रही लू के कारण घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। सड़कों पर इस दौरान कम ही आवाजाही रही। ज्यादातर लोगा गर्मी और लू से बचने के लिए तौलिया या गमछा बांधकर ही निकले।
मौसम विभाग ने दो दिन पहले ही जिले में भी हीटवेव की संभावना जताई थी। गर्मी का असर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। मई में भी गर्मी रिकार्ड तोड़ेगी। मौसम विभाग ने अगले 2 से 5 दिनों तक मप्र के अधिकांश जिलों में लू चलने की संभावना जताई गई है। 21 जेएचए 12-गांधी चौक चौराहे पर इस तरह पिघल रहा डामर