अंतर्राष्ट्रीय

इंडोनेशिया में लावा बाढ़ से 52 लोगों की मौत

अमेरिका के टेक्सास में हवाईअड्डे के रनवे पर बिजली गिरी

इंडोनेशिया में लावा बाढ़ से 52 लोगों की मौत

दक्षिण अफ्रीका में इमारत ढहने की घटना में मरने वालों की संख्या 32 हुई

ह्यूस्टन
 अमेरिका में खराब मौसम के बीच टेक्सास के चौथे सबसे बड़े शहर ह्यूस्टन के दो प्रमुख हवाई अड्डों में से एक विलियम पी. हॉबी हवाई अड्डे के रनवे पर दोपहर बिजली गिरी।ह्यूस्टन हवाई अड्डा प्रणाली ने यह जानकारी दी है। स्थानीय मीडिया आउटलेट एबीसी 13 ने बताया कि हवाई अड्डे के अधिकारियों ने मरम्मत के लिए तुरंत रनवे बंद कर दिया। अभी तक नुकसान का कोई ब्यौरा उपलब्ध नहीं हो सका है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि बिजली गिरने से पहले बुश इंटरकांटिनेंटल हवाई अड्डे और ह्यूस्टन विलियम पी. हॉबी हवाई अड्डे ने ह्यूस्टन क्षेत्र में भयंकर तूफान के कारण पहले ही ग्राउंड स्टॉप जारी कर दिया था। हॉबी में ग्राउंड स्टॉप स्थानीय समय शाम सात बजे तक और बुश में कम से कम 5:30 बजे तक बढ़ा दिया गया।

वर्तमान मौसम खतरनाक तूफान, सॉफ्टबॉल आकार के ओले, विनाशकारी हवा के झोंके और संभावित बवंडर के साथ-साथदक्षिण अमेरिका में बाढ़ का खतरा लेकर आया जिससे टेक्सास से फ्लोरिडा तक चार करोड़ 60 लाख से अधिक लोग अलर्ट पर है।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार मिसिसिपी और अलबामा के कुछ हिस्सों में  तेज तूफान की एवं मिसिसिपी के हेटिसबर्ग क्षेत्र के लिए बवंडर की चेतावनी जारी की गई।फॉक्स पूर्वानुमान केंद्र ने कहा कि इस सप्ताह का गंभीर मौसम और बाढ़ का खतरा उतना अधिक नहीं होगा जितना हाल के सप्ताहों में हुआ था।

इंडोनेशिया में लावा बाढ़ से 52 लोगों की मौत

जकार्ता
 इंडोनेशिया के पश्चिम सुमात्रा प्रांत में ठंडे लावा की बाढ़ के कारण घरों, इमारतों और सार्वजनिक सुविधाओं के नष्ट हो जाने से 52 लोगों की मौत हो गयी और 17 लापता हो गए है।
स्थानीय आपदा एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
प्रांतीय आपदा प्रबंधन और शमन एजेंसी की पुनर्वास और पुनर्निर्माण इकाई के प्रमुख इल्हाम वहाब ने कहा कि लापता लोगों की तलाश आज फिर से शुरू हुई। अभियान में मदद के लिए घटनास्थल पर कई भारी मशीनरी उपकरण जोड़े गए है।

उन्होंने बताया 'अब पाए गए शवों की संख्या 52 है और लापता लोगों की संख्या 17 है। ये आंकड़े बदलते रहेंगे। लोग अपने लापता परिवार के सदस्यों के बारे में रिपोर्ट करते रहेंगे।'वहाब ने कहा कि चल रहे आपातकालीन राहत प्रयासों के बाद पुनर्निर्माण और पुनर्वास कार्यक्रम चलाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों को इस बात पर विचार करने के लिए शामिल किया जाएगा कि क्या खतरनाक क्षेत्रों में रहने वाले निवासियों को स्थानांतरित करना आवश्यक होगा, जैसे नदियों के किनारों पर जिनकी ऊपरी धारा मारापी ज्वालामुखी और सिंग्लांग ज्वालामुखी की ढलान पर है जो ज्वालामुखी सामग्री को विस्फोटित और बाहर निकालते रहते हैं।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन और शमन एजेंसी के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल सुहार्यंतो के अनुसार प्राकृतिक आपदा ने 3,000 से अधिक लोगों को घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने के लिए मजबूर किया है।
उन्होंने एक संदेश में कहा, 'राहत प्रयासों के दौरान क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत प्राथमिकताओं में से एक है।' उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित निवासियों की बुनियादी जरूरतों को पूरा किया जाएगा।
शनिवार रात को भारी बारिश के कारण नदियों का पानी अपने किनारों से ऊपर बहने लगा, जिससे अगम, तनाह दातार और परियामन और पदांग पंजांग शहर प्रभावित हुए।

 

दक्षिण अफ्रीका में इमारत ढहने की घटना में मरने वालों की संख्या 32 हुई

केपटाउन
 दक्षिण अफ्रीका में एक निर्माणाधीन इमारत के ढह जाने से हुए हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है। पिछले सप्ताह हुई दुर्घटना के बाद  भी बचाव दल कुछ लोगों के जीवित बचे होने की उम्मीद के साथ उनकी तलाश में जुटे रहे।

जॉर्ज शहर में हुई इस घटना के छह दिन बाद भी एक निर्माण मजदूर जीवित मिला था, जिसके बाद और लोगों के मलबे में जिंदा दबे होने की उम्मीदें जगी थीं। हालांकि मरने वालों संख्या भी बढ़ती रही है और अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को मलबे से कम से कम 11 और शव बरामद किए गए।

उन्होंने कहा कि अन्य 20 कर्मचारी अब भी लापता हैं, जिससे यह आशंका बढ़ गई है कि दक्षिण अफ्रीका में इमारत ढहने की इस भयावह घटना में मरने वालों की संख्या 50 से ज्यादा पहुंच सकती है।

छह मई को ढही निर्माणाधीन पांच मंजिला इमारत के मलबे में दबे लोगों की तलाश में 600 से अधिक आपातकालीन और अन्य कर्मी जुटे हैं। प्रशासन ने कहा कि इमारत ढहने के समय उसमें 81 श्रमिक थे और 29 को जीवित बाहर निकाल लिया गया है।

 

 

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