एअर इंडिया एक्सप्रेस की 70 ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल, बड़ी तादाद में छुट्टी पर क्रू मेंबर
नई दिल्ली
एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) की 70 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों को कैंसल कर दिया गया है। बड़ी संख्या में एयरलाइन के सीनियर क्रू मेंबर्स ने अचानक सिक लीव ले ली है। एक सीनियर क्रू मेंबर ने यह जानकारी दी। इस कारण कई उड़ानों को कैंसल करना पड़ा है। साथ ही कई फ्लाइट्स में देरी हुई है। सिविल एविएशन अथॉरिटी इस मामले की जांच कर रही है। इस बीच एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि कैबिन क्रू का एक वर्ग ने अंतिम क्षणों में बीमार होने की बात कही है। पिछली रात से यह सिलसिला शुरू हुआ। इससे कई फ्लाइट्स कैंसल करनी पड़ी है जबकि कई फ्लाइट्स में देरी हुई है। कंपनी ने कहा कि वह इसके कारणों को समझने के लिए क्रू मेंबर्स के साथ बातचीत कर रही है। एयरलाइन का कहना है कि प्रभावित यात्रियों को फुल रिफंड दिया जाएगा या उनके पास अपनी फ्लाइट को किसी अन्य डेट पर रिशेड्यूल करने का विकल्प होगा। एयर इंडिया एक्सप्रेस ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे एयरपोर्ट जाने से पहले अपनी फ्लाइट का स्टेटस चेक करें।
मिडिल ईस्ट देशों को जाने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की कई फ्लाइट्स भी प्रभावित हुई हैं। कुछ यात्रियों का कहना है कि अचानक फ्लाइट्स कैंसल होने के कारण उनकी नौकरी तक दांव पर लग गई है। पैसेंजर्स ने सोशल मीडिया पर अपने गुस्से का इजहार किया है। उनका कहना है कि एयरलाइन ने इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी है। जब वे एयरपोर्ट पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि उनकी फ्लाइट्स कैंसल हो गई है।एयर इंडिया एक्सप्रेस एयर इंडिया की सहयोगी कंपनी है। एयर इंडिया एक्सप्रेस की शुरुआत अप्रैल 2005 में हुई थी। यह दिल्ली, मुंबई, त्रिवेंद्रम और कोच्चि से खाड़ी देशों के लिए फ्लाइट्स ऑपरेट करती है।
विस्तारा का संकट
एयर इंडिया को कुछ साल पहले टाटा ग्रुप ने खरीद लिया था। दिसंबर 2023 में लेबर मिनिस्ट्री ने एयरलाइन को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया था। यह एयरलाइन के मैनेजमेंट और कैबिन क्रू मेंबर्स के बीच विवाद से जुड़ा था। कैबिन क्रू ने मैनेजमेंट पर नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया था। उससे पहले एयर इंडिया एक्सप्रेस एम्प्लॉयीज यूनियन ने केंद्रीय सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक पत्र लिखकर मैनेजमेंट के खिलाफ कई शिकायतें की थीं।
पिछले महीने टाटा ग्रुप की एक और एयरलाइन कंपनी विस्तारा में भी संकट पैदा हो गया था। पायलटों के इस्तीफे और मास लीव से विस्तारा की सैंकड़ों उड़ानों को कैंसल करना पड़ा था। नौकरी के नए कॉन्ट्रैक्ट और विस्तारा के एयर इंडिया में विलय की योजना के चलते बड़ी संख्या में सीनियर पायलट सिक लिव पर जा रहे था। विस्तारा के कमांडरों को एयरलाइन के एयर इंडिया में विलय होने पर अपनी वरिष्ठता और देश-विदेशों के स्लॉट को लेकर भी चिंता थी। साथ ही वे नए कांट्रैक्ट को लेकर भी चिंतित थे।