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इजरायल गाजा पट्टी में महिलाओं को बना रहा है निशाना : यूएनआरडब्ल्यूए

यूरोप में साइबर हमलों के लिए रुस को जिम्मेदार ठहराना अमेरिका का झूठा प्रचार : एंटोनोव

इजरायल गाजा पट्टी में महिलाओं को बना रहा है निशाना : यूएनआरडब्ल्यूए

अमेरिका में विश्वविद्यालयों और प्रदर्शनकारियों के बीच समझौता, विरोध प्रदर्शन धीमा पड़ा

वाशिंगटन
 अमेरिका में रूसी राजदूत अनातोली एंटोनोव ने  कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय का रूसी खुफिया सेवाओं के कथित तौर पर यूरोप में साइबर हमलों में शामिल होने संबंधी दावा केवल झूठा प्रचार है।
एंटोनोव ने अपने बयान में कहा , “हम ऐसे बयानों को मेगाफोन कूटनीति का एक और उदाहरण तथा रूस पर आरोप लगाने की अमेरिका की अदम्य इच्छा का सबूत मानते हैं। हमने अमेरिका से बार-बार कहा है: यदि आपको कोई संदेह है, तो उन्हें विशिष्ट तथ्य और साक्ष्य के प्रावधान के साथ आधिकारिक चैनलों के माध्यम से प्रसारित किया जाना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि अमेरिकी अधिकारियों के पास अपने दावों के समर्थन में दिखाने के लिए कुछ भी नहीं है। यह स्पष्ट है कि जैसे-जैसे अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव नजदीक आ रहे हैं, ऐसी उत्तेजक फर्जी कहानियां और तेज होती जाएंगी जैसा कि पिछले वर्षों में हुआ था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने शुक्रवार को कहा था कि अमेरिका यूरोप में साइबर हमलों की एक श्रृंखला के लिए एपीटी28 समूह को दोषी ठहराने में जर्मनी के साथ शामिल है , जो कथित तौर पर रूसी खुफिया सेवाओं से जुड़ा हुआ है।

इजरायल गाजा पट्टी में महिलाओं को बना रहा है निशाना : यूएनआरडब्ल्यूए

गाजा
 फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) ने कहा है कि इजरायल गाजा पट्टी में हमलों में महिलाओं को निशाना बना रहा है।
यूएनआरडब्ल्यूए ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट में कहा कि गाजा पर जारी इजरायली हमलों में 10,000 से अधिक महिलाएं मारी गई हैं और 19,000 अन्य घायल हुई हैं।

बयान में कहा गया है कि गाजा में औसतन 37 बच्चे हर दिन अपनी मां को खो देते हैं।
एजेंसी ने कहा कि एन्क्लेव में 155,000 से अधिक गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए रहने की स्थिति विशेष रूप से "भयानक" है, जिन्हें पानी और स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंचने में अत्यधिक कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों ने  कहा कि गाजा पर इजरायली हमलों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 34,622 हो गई है और 77,867 से अधिक अन्य घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि इजरायली बलों ने पिछले 24 घंटों के दौरान गाजा पट्टी में तीन घातक हमले किए जिसके कारण 26 लोग मारे गए और 51 घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया।

उल्लेखनीय है कि सात अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इज़रायली सीमा के माध्यम से हमास के हमले का जवाब देने के लिए इज़रायल गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर हमला कर रहा है। हमले के दौरान लगभग 1,200 लोग मारे गए और 200 से अधिक को बंधक बना लिया गया।

अमेरिका में विश्वविद्यालयों और प्रदर्शनकारियों के बीच समझौता, विरोध प्रदर्शन धीमा पड़ा

न्यूयॉर्क
 अमेरिका में विश्वविद्यालयों और फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों के बीच समझौता होने के बाद इस सप्ताह बहुत कम विश्वविद्यालयों में इजराइल-हमास युद्ध के खिलाफ प्रदर्शन हुए हैं। इसके साथ ही अंतिम परीक्षाओं और स्नातक दीक्षांत समारोहों में संभावित व्यवधान की गुंजाइश भी कम रह गई है।

देशभर के 46 विश्वविद्यालय परिसरों में 17 अप्रैल से विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा था और इस संबंध में 2,400 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस बीच ब्राउन, नॉर्थवेस्टर्न और रटगर्स विश्वविद्यालयों ने समझौता कर लिया है। विरोध प्रदर्शनों के कारण कोलंबिया और यूसीएलए समेत कुछ विश्वविद्यालयों में कक्षाएं बाधित हुई हैं।

कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, रिवरसाइड के प्रशासकों ने विरोध प्रदर्शन बंद कराने को लेकर शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों के साथ एक समझौते की घोषणा की।

समझौतों में कई प्रतिबद्धताएं शामिल हैं, जिनमें से एक यह है कि विश्वविद्यालय इजराइल में अपने निवेश की समीक्षा करेंगे और लंबे समय तक उसके साथ कामकाज बंद करने की मांग पर गौर करेंगे।

इसी तरह, रटगर्स विश्वविद्यालय ने भी दोपहर प्रदर्शनकारियों के साथ समझौते की घोषणा की। विश्वविद्यालय ने एक अरब सांस्कृतिक केंद्र स्थापित करने और किसी भी प्रदर्शनकारी के खिलाफ जवाबी कार्रवाई नहीं करने पर सहमति जताई।

रोड आइलैंड में ब्राउन विश्वविद्यालय के प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन खत्म करने पर सहमति जता दी थी।

फिलाडेल्फिया में टेम्पल यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर राल्फ यंग ने कहा, ‘मुझे लगता है कि कुछ विश्वविद्यालयों के लिए यह विरोध प्रदर्शन को फैलने से रोकने की एक रणनीति हो सकती है।’

उन्होंने कहा, “अब सेमेस्टर खत्म हो रहा है। और हो सकता है कि अगला सेमेस्टर शुरू होने तक गाजा में युद्धविराम हो जाए।”

 

 

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