राजनीतिक

प्रियंका गांधी का चुनावी आगाज फिर वेटिंग में, जानिए गांधी फैमिली ने किस उम्र में चुनावी डेब्यू किया

अमेठी

कांग्रेस ने यूपी की अमेठी और रायबरेली सीट से उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. पार्टी ने अमेठी सीट से तीन बार सांसद रहे राहुल गांधी को इस बार रायबरेली से मैदान में उतारा है तो वहीं अमेठी से गांधी परिवार के भरोसेमंद और सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र प्रतिनिधि रहे केएल शर्मा को टिकट दिया है. टिकटों के ऐलान से पहले इस तरह के कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार पार्टी रायबरेली-अमेठी से राहुल और प्रियंका गांधी को टिकट दे सकती है लेकिन ऐसा हुआ नहीं. प्रियंका गांधी के चुनावी डेब्यू का इंतजार कर रहे समर्थकों का इंतजार और बढ़ गया है.

प्रियंका गांधी ने चुनाव मैदान में नहीं उतरने के सवाल पर कहा कि किसी को चुनाव अभियान का संचालन भी तो करना है. प्रियंका गांधी ने चुनाव प्रचार अभियान के संचालन का जिक्र करते हुए चुनाव मैदान में उतरने से किनारा कर लिया है. प्रियंका के इस फैसले के बाद अब चर्चा इसे लेकर भी शुरू हो गई है कि 52 साल की प्रियंका गांधी अपने चुनावी सफर का अगाज कब करेंगी? अतीत के पन्ने भी पलटे जा रहे हैं और बात नेहरू-गांधी परिवार के अन्य सदस्यों के चुनावी डेब्यू और उस समय उनकी उम्र को लेकर भी हो रही है.

चुनावी राजनीतिक में किसने किस उम्र में ली एंट्री?

आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू विदेश से पढ़ाई कर लौटने के बाद साल 1912 में राजनीति में आ गए थे. पंडित नेहरू देश की आजादी के बाद पहले प्रधानमंत्री बने. नेहरू जब आजाद भारत की पहली लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे, तब उनकी उम्र करीब 62 साल थी.

फिरोज गांधी

फिरोज गांधी स्वंत्रता आंदोलन से जुड़े रहे.12 सितंबर 1912 को जन्मे फिरोज गांधी की देश की आजादी के पांच साल पहले 1942 में शादी कर ली थी. आजादी के बाद 40 साल की उम्र में पहले आम चुनाव में वह कांग्रेस के टिकट पर प्रतापगढ़ रायबरेली सीट से सांसद निर्वाचित हुए थे. वह 1957 के दूसरे आम चुनाव में रायबरेली सीट से कांग्रेस के टिकट पर संसद पहुंचे.

इंदिरा गांधी

पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को हुआ था. इंदिरा ने आजादी के आठ साल बाद 1955 में कांग्रेस कार्य समिति और केंद्रीय चुनाव समिति की सदस्य के रूप में एक्टिव पॉलिटिक्स में कदम रखा था. 1956 में इंदिरा गांधी युवा कांगेस और कांग्रेस की महिला विंग की अध्यक्ष बनीं. 1958 में इंदिरा गांधी को कांग्रेस के केंद्रीय संसदीय बोर्ड का सदस्य बनाया गया और 1959 में वह कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनीं. पति फिरोज गांधी के निधन के बाद 1964 में इंदिरा ने राज्यसभा सदस्य के रूप में अपने संसदीय सफर का आगाज किया और फिर 1967 में वह रायबरेली सीट से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुईं. इंदिरा 1967 में जब पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा, तब उनकी उम्र 50 साल थी.  

संजय गांधी

इंदिरा गांधी के बाद उनके छोटे बेटे संजय गांधी ने 1977 में अमेठी सीट से चुनावी डेब्यू किया था. तब संजय की उम्र 33 साल थी. संजय तब इमरजेंसी विरोधी लहर में चुनाव हार गए थे. वह 1980 में फिर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे और जीतकर संसद पहुंचे. 1980 में ही संजय गांधी कांग्रेस के सचिव बने और इसके एक महीने बाद ही उनका निधन हो गया था.

राजीव गांधी

संजय गांधी के निधन से रिक्त हुई अमेठी सीट से उपचुनाव में कांग्रेस ने राजीव गांधी को उम्मीदवार बनाया. राजीव उपचुनाव के बाद 1984 और 1989 में भी अमेठी सीट से सांसद चुने गए. राजीव गांधी ने 36 साल की उम्र में अपना पहला लोकसभा चुनाव लड़ा था. वह इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश के प्रधानमंत्री बने थे.

मेनका गांधी

मेनका गांधी की शादी इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी के साथ 1974 में हुई थी. संजय की मौत के बाद इंदिरा गांधी ने अनबन के बाद मेनका को घर से निकाल दिया था. मेनका ने राष्ट्रीय संजय मंच नाम से अपनी पार्टी बनाई और 1984 के चुनाव में खुद अमेठी सीट से राजीव गांधी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतर गईं. मेनका की उम्र तब 28 साल के करीब थी. मेनका की पार्टी के चार उम्मीदवार जीत गए थे जबकि वह खुद हार गई थीं. बाद में मेनका कई बार सांसद और केंद्रीय मंत्री रहीं.

सोनिया गांधी

मेनका गांधी के बाद सियासत में कदम रखने वाली सोनिया गांधी अपने पति राजीव गांधी की हत्या के करीब छह साल बाद 1997 में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ली थी. सोनिया 1998 में कांग्रेस अध्यक्ष बनीं और 53 साल की उम्र में 1999 के आम चुनाव से अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर चुनावी डेब्यू किया. सोनिया 1999 में सांसद निर्वाचित होने के बाद लोकसभा में विपक्ष की नेता भी रहीं.

राहुल गांधी

19 जून 1970 को जन्मे राहुल गांधी ने 2004 के लोकसभा चुनाव से चुनावी सफल का आगाज किया था. राहुल गांधी 34 साल की उम्र में अमेठी सीट से पहली बार संसद पहुंचे थे और इसके बाद लगातार तीन चुनाव जीतकर इस सीट का प्रतिनिधित्व किया. राहुल 2019 में अमेठी सीट से चुनाव हार गए थे लेकिन तब उन्होंने केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ा था औ वहां से जीतने में सफल रहे थे.

वरुण गांधी

वरुण गांधी को 1999 के आम चुनाव में पहली बार अपनी मां मेनका गांधी के चुनाव प्रचार की कमान संभालते देखा गया था. वरुण ने अपनी मां मेनका के साथ 2004 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सदस्यता ग्रहण कर एक्टिव पॉलिटिक्स में कदम रखा. वरुण सियासत में तेजी से सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए. कम उम्र में ही वह पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बना दिए गए. 2009 के चुनाव में वह पीलीभीत सीट से जब पहली बार सांसद निर्वाचित हुए, तब उनकी उम्र 29 साल थी.

प्रियंका गांधी

प्रियंका गांधी वैसे तो 1999 में सोनिया गांधी के पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ने के समय से ही उनकी सीट पर चुनाव प्रचार की बागडोर संभालती रही हैं, लेकिन वह एक्टिव पॉलिटिक्स में 23 जनवरी 2019 को आईं. प्रियंका को कांग्रेस महासचिव बनाकर पार्टी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी थी. प्रियंका गांधी की उम्र 52 साल से अधिक हो चुकी है लेकिन वह अब तक चुनावी राजनीति से दूर हैं.

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