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अयोध्या: प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले हिंदू प्रतीकों की कलाकृति से सजाया गए दुकानों के शटर

अयोध्या
जनवरी में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अयोध्या में राम पथ और अन्य प्रमुख सड़कों पर स्थित दुकानों के शटरों को हिंदू प्रतीकों की कलाकृतियों से सजाया गया है। इन कलाकृतियों में मंदिर की आकृति के साथ जय श्री राम के नारे और स्वास्तिक चिन्ह शामिल हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 22 जनवरी को होने वाले 'प्राण प्रतिष्ठा' के लिए शहर को सजाने के प्रयासों के तहत स्थानीय अधिकारियों ने इस कार्य को अंजाम दिया है। सहादतगंज और नया घाट को जोड़ने वाली 13 किलोमीटर लंबी सड़क को पुनर्विकास के बाद नया नाम रामपथ दिया गया है। इसके दोनों और बड़ी संख्या में स्थित दुकानों को संवारा गया है।

बिड़ला धर्मशाला से नया घाट तक का क्षेत्र फिलहाल 'जय श्री राम', भगवान राम, राम दरबार की तस्वीरों और आगामी राम मंदिर की कलात्मक प्रस्तुति वाले भगवा झंडे बेचने वाले विक्रेताओं से भरा हुआ है। इस मार्ग पर कई विक्रेता भगवान राम की फ़्रेमयुक्त तस्वीरें और राम मंदिर की प्रतिकृतियां भी बेच रहे हैं। पिछले दो वर्षों में अयोध्या में किए गए पुनर्विकास के तहत इस सड़क को दोनों तरफ से चौड़ा किया गया है और इसके लिए सामने की ओर से कई संरचनाओं को आंशिक रूप से ध्वस्त कर दिया गया। इस खंड पर कई पुरानी इमारतें भी स्थित हैं, जिन्हें बाहर से मरम्मत कर सजाया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ये विषयगत कलाकृतियां "22 जनवरी के बड़े दिन" के लिए शहर को सजाने के प्रयासों के तहत बनाई गई हैं।

उन्होंने बताया, "सौंदर्यीकरण अभियान के तहत, अयोध्या विकास प्राधिकरण, डीएम कार्यालय और अयोध्या आयुक्त कार्यालय सभी ने मिलकर काम किया है।" राम पथ और मंदिर स्थल की ओर जाने वाली सड़कों पर स्थित दुकानों पर उनके नाम और अयोध्या विकास प्राधिकरण के लोगो को प्रदर्शित करने वाले एक समान बोर्ड लगाए गए हैं। प्रत्येक शटर पर एक कलाकृति है और रात में बाजार बंद होने के बाद, क्षेत्र का दृश्य बेहद अलग नजर आता है। राम पथ के किनारे स्थित दुकानों के शटर पर बनीं कलाकृतियों में मंदिर की आकृति के साथ जय श्रीराम का नारा लिखा हुआ है। इसके अलावा इनपर स्वस्तिक चिह्न, शंख, एक गदा, लहराता हुआ भगवा झंडा, सूर्य, धनुष और बाण आदि शामिल हैं। कई राहगीर और श्रद्धालु रुककर इन कलाकृतियों की तस्वीरें ले रहे हैं।

मिठाई की दुकान पर काम करने वाले रामबाबू अपनी पड़ोस की दुकान पर की गई कलाकृति दिखाते हुए कहते हैं कि यह सब सरकारी अधिकारियों के माध्यम से "कलाकारों द्वारा किया गया है"। पास ही होम्योपैथी डिस्पेंसरी चलाने वाले डॉक्टर सुनील कुमार तोमर कहते हैं, ''अयोध्या राम की भक्ति में डूब रहा है।'' उन्होंने कहा, "मेरे शटर पर कलाकृति में भगवान हनुमान को दर्शाया गया है। एक दिन जब मैं अपनी डिस्पेंसरी खोलने आया तो इसे देखकर मुझे बहुत खुशी हुई। हालांकि मुझे इस परियोजना के बारे में पता था, लेकिन यह एक सुखद आश्चर्य जैसा लगा। मैं हनुमानगढ़ी मंदिर के पास बड़ा हुआ हूं ,इसलिए मेरे औषधालय के सामने भगवान की तस्वीर होना अद्भुत अनुभव है।''

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