मोहन भागवत के दौरे से गरमाई बिहार की सियासत, आरजेडी ने दिलाई 2015 के चुनाव में बीजेपी की हार की याद
पटना
आरएसएस के सर संघचालक डॉ मोहन भागवत तीन दिनों के बिहार दौरे पर आ रहे हैं। पटना से वे सीधे भागलपुर पहुंचेंगे। उनके बिहार में कार्यक्रमों को लेकर राजधानी से भागलपुर तक सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त कर दी गई है। रात्रि में वह भागलपुर में ठहरेंगे। इस बीच संघ प्रमुख के दौरे को लेकर सियासत गरमा गई है। बीजेपी की विरोधी जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस ने उनके बिहार आने पर कहा है कि वह सांस्कृतक कार्यक्रम के बहाने राजनैतिक एजेंडा लेकर आ रहे हैं। राजद ने 2015 में बीजेपी की हार की याद दिला दी है। बीजेपी ने महागठबंधन के दलों के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है उनका आगमन महान राष्ट्र के निर्माण का हिस्सा है। वहीं लालू यादव की पार्टी राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने भी संघ प्रमुख के बिहार दौरे पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा है कि आदरणीय मोहन भागवत जी का ज्ञान 2015 में बिहार की जनता ने देखा था। उसके बाद क्या नतीजा हुआ वह सब जानते हैं। अब वह बिहार आकर क्या करेंगे? हमारा गठबंधन बनने से बीजेपी और आरएसएस परेशान है। लेकिन, मोहन भागवत जी की दाल नहीं गलेगी।
नीतीश कुमार की पार्टी जदयू प्रवक्ता नीरज ने कहा है कि मोहन भागवत सांस्कृतिक संगठन के कार्यक्रमों के बहाने राजनीतिक गतिविधि के लिए बिहार आ रहे हैं। इससे साबित होता है कि संघ प्रमुख फर्जी रूप से सांस्कृतिक संगठन बनाने और चलाने का दावा करते हैं। तंज कसते हुए कहा है कि बिहार में दंड बैठक करते रहिए,सूर्य नमस्कार करते रहिए, शाखा लगाते रहिए। देश के स्वतंत्रता सेनानियों के अपमान का जो आपका आपका डीएनए है उसकी जानकारी लोगों को देते रहिए लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकलेगा।
कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा है कि मोहन भागवत कभी इस देश की बेरोजगारी या गरीबी पर बात नहीं करते। उनको कभी इन मुद्दों पर बात करते हमने नहीं सुना। आज देश के मुद्रा की स्थिति खराब है। रुपया डॉलर के मुकाबले डूब गया है लेकिन, मोहन भागवत जी का भी इस पर चर्चा नहीं करेंगे। कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया है कि सर संघचालक एक राजनीतिक दल के एजेंट हैं। यहां आएंगे तो उन्माद भड़का कर माहौल बिगड़ेंगे। देश के लिए तो कुछ करेंगे नहीं।
वहीं भाजपा प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने विरोधियों पर पलटवार करते हुए कहा है कि आदरणीय मोहन भागवत जी का बिहार दौरा एक महान राष्ट्र के निर्माण के अभियान का हिस्सा है। वह बिहार आ रहे हैं। भागलपुर जाएंगे और वहां हमारे महान सनातनी संस्कृति पर चर्चा होगी। बता दें कि मोहन भागवत के बिहार दौरे को लेकर पुलिस मुख्यालय से अलर्ट जारी किया गया है। 21 से 23 दिसंबर तक तीन दिन बिहार में रहेंगे। विशेष शाखा ने पटना और भागलपुर के डीएम और एसएसपी को भागवत के दौरे पर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था का निर्देश दिया है। डीआईजी ने जारी पत्र में कहा कि भागवत को भाकपा (माओवादी), विभिन्न आतंकवादी संगठनों और पाक समर्थित आईएसआई और इस्लामिक कट्टरपंथियों से खतरा है। इसलिए आरएसएस प्रमुख के कार्यक्रम, परिभ्रमण व ठहराव स्थलों पर त्रुटि रहित और पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था कराई जाए।