खेल संसार

सात्विक-चिराग क्वार्टर फाइनल में, सिंधू और प्रणय भी जीते

हांगझोउ
 सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारत की शीर्ष पुरुष युगल जोड़ी ने कड़े मुकाबले में लियो रोली केरनांडो और डेनियल मार्टिन की जोड़ी को हराकर बुधवार को यहां एशियाई खेलों के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।

दुनिया की तीसरे नंबर की भारतीय जोड़ी ने हालांकि 84 मिनट चले मुकाबले में अंतत: 24-22, 16-21, 21-12 से जीत दर्ज की।

इंडोनेशिया की दुनिया की 11वें नंबर की जोड़ी के खिलाफ भारतीय जोड़ी कभी दबदबा नहीं बना पाई। दोनों जोड़ियों के बीच प्रत्येक अंक के लिए कड़ी टक्कर देखने को मिली। पहले गेम में हालांकि सात्विक के दमदार स्मैश ने अंतर पैदा किया।

पहले गेम में दोनों जोड़ियों के बीच मुकाबला काफी कड़ा था लेकिन भारतीय जोड़ी अंत में गेम जीतने में सफल रही। दूसरे गेम में सात्विक और चिराग अधिकांश समय पीछे रहे और इंडोनेशिया की जोड़ी ने इस गेम को जीतकर मुकाबला बराबर कर दिया।

इंडोनेशिया की जोड़ी ने तीसरे गेम में शुरुआती बढ़त बनाई लेकिन सात्विक और चिराग ने अंत में इस गेम को आसानी से जीतकर अंतिम आठ में जगह बनाई।

इससे पहले दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू और एचएस प्रणय सीधे गेम में जीत दर्ज करते हुए क्रमश: महिला और पुरुष एकल के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे।

पूर्व विश्व चैंपियन सिंधू ने प्री क्वार्टर फाइनल में इंडोनेशिया की पुत्री कुसुमा वरदानी के खिलाफ 21-16 21-16 से आसान जीत दर्ज की।

सिंधू क्वार्टर फाइनल में चीन की ही बिंगजियाओ से भिड़ेंगी। दो साल पहले तोक्यो ओलंपिक में भी उन्होंने चीन की इस खिलाड़ी को हराकर पदक से वंचित किया था।

बिंगजियाओ ने नेपाल की रसीला महरजान को एकतरफा मुकाबले में 21-10 21-4 से हराया।

प्रणय भी कजाखस्तान के दमित्री पनारिन के खिलाफ 21-12 21-13 की आसान जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रहे।

सिंधू ने शुरुआत से ही इंडोनेशिया की खिलाड़ी के खिलाफ दबदबा बनाया और रैली में शानदार प्रदर्शन किया। इस समय भारत के सर्वश्रेष्ठ एकल खिलाड़ी प्रणय भी शानदार लय में दिखे। वह चोट के कारण चीन के खिलाफ टीम स्पर्धा के फाइनल में नहीं खेल पाए थे।

महिला युगल में हालांकि त्रीशा जॉली और गायत्री गोपीचंद को प्री क्वार्टर फाइनल में किम सोयिओंग और कांग ही योंग की कोरिया की जोड़ी ने कड़े मुकाबले में 21-15, 18-21, 21-13 से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया।

इससे पहले तनीषा क्रास्टो और साई प्रतीक कृष्ण प्रसाद की मिश्रित युगल जोड़ी को भी प्री क्वार्टर फाइनल में मलेशिया के तोह यी वेई और चेन टेंग जेई की जोड़ी ने 21-18, 21-18 से हराया।

केवल मेडल जीतना मुख्य उद्देश्य नहीं : लवलीना

हांगझोऊ
मौजूदा विश्व चैंपियन मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने बुधवार को 19वें एशियाई खेलों में महिलाओं के 75 किग्रा फाइनल में रजत पदक जीता। फाइनल में लवलीना बोरगोहेन को चीन की ली कियान से हार का सामना करना पड़ा।

लवलीना ने मंगलवार को ओलंपिक कोटा हासिल किया था। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में कोरिया की सुयेन सियोंग के खिलाफ और सेमीफाइनल में थाईलैंड की मानेकोन बाइसन के खिलाफ जीत हासिल की।

भारतीय स्टार ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया, लेकिन उनके प्रतिद्वंद्वी ने उन्हें ज्यादा मौके नहीं दिए और 0-5 ये मैच गंवाना पड़ा।

लवलीना ने फाइनल के बाद कहा, "मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया और 100 प्रतिशत दिया लेकिन आज स्वर्ण पदक नहीं जीत सकी। मैं अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हूं। मैं एशियाई खेलों में रजत पदक जीतकर खुश हूं।"

यह एशियाई खेलों में किसी भारतीय महिला मुक्केबाज का पहला रजत पदक है। 2014 में मैरी कॉम ने गोल्ड मेडल जीता था। असम की 26 वर्षीय मुक्केबाज ने माना कि उनसे कुछ गलतियां हुईं।

लवलीना ने कहा कि हांगझोऊ में उनका मुख्य लक्ष्य पेरिस में अगले साल होने वाले ओलंपिक खेलों के लिए कोटा स्थान हासिल करना था। जिसमें वो कामयाब रहीं।

सेमीफाइनल में हारने के बाद ब्रॉन्ज के लिए लड़ेंगे सुनील

हांगझोऊ
 भारतीय पहलवान सुनील कुमार पुरुषों के 87 किग्रा ग्रीको-रोमन सेमीफाइनल में ईरान के नासेर अलीजादेह के खिलाफ 1-5 से हार गए और बुधवार को एशियाई खेलों में कांस्य पदक के लिए लड़ेंगे।

24 वर्षीय खिलाड़ी ने इससे पहले प्री-क्वार्टर फाइनल में चीन के पेंग फी के खिलाफ 4-3 से जीत हासिल करने के बाद क्वार्टर फाइनल में ताजिकिस्तान के सुखरोब अब्दुलखेव को 9-1 से हराया था।

अन्य स्पर्धाओं में, नीरज को पुरुषों के 67 किग्रा 1/8 फाइनल में उज्बेकिस्तान के मखमुद बख्शिलोव के खिलाफ 3-5 से हार का सामना करना पड़ा। जबकि ज्ञानेंद्र को भी 60 किग्रा 1/8 फाइनल में ईरान के मेयसम दलखानी से 1-7 से हार का सामना करना पड़ा।

दूसरी ओर, विकास को 77 किग्रा क्वार्टर फाइनल में चीन के लियू रुई के हाथों टीएसयू (तकनीकी श्रेष्ठता) का सामना करना पड़ा।

रियो ओपन 2024 में भाग लेंगे कार्लोस अल्कराज

रियो डि जेनेरो
वर्ल्ड नंबर-2 टेनिस खिलाड़ी कार्लोस अल्कराज ने अगले साल के रियो ओपन में अपनी उपस्थिति की पुष्टि की है।

शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, 20 वर्षीय स्पैनियार्ड इस प्रतियोगिता के लिए पुष्टि किए गए पहले खिलाड़ी हैं। जो, 17 से 25 फरवरी तक रियो डि जेनेरो के जॉकी क्लब ब्रासीलीरो की आउटडोर क्ले पर खेला जाएगा।

2022 में टूर्नामेंट जीतने वाले अल्कराज ने कहा, "मैं 2024 में रियो ओपन खेलना चाहता हूं। यह टूर्नामेंट मेरे लिए विशेष है। यहीं पर मैंने अपना पहला एटीपी मैच जीता था। प्रशंसकों के साथ मेरा एक विशेष रिश्ता है। मैं फिर से रियो आने के लिए उत्साहित हूं।"

रियो ओपन का 2024 संस्करण दक्षिण अमेरिका के सबसे बड़े टेनिस आयोजन में अल्कराज की चौथी उपस्थिति का प्रतीक होगा।

टूर्नामेंट के निदेशक लुइज़ कार्वाल्हो ने मंगलवार को कहा, "हम उस खिलाड़ी को उभरते हुए देख रहे हैं जो सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक बन सकता है और यह बहुत बड़ी संतुष्टि है कि रियो इस सफलता की कहानी में एक और अध्याय है।"

रियल मैड्रिड के डिफेंडर नाचो फर्नांडीज पर तीन मैच का प्रतिबंध

मैड्रिड
रियल मैड्रिड के डिफेंडर नाचो फर्नांडीज को शनिवार के ला लीगा मैच के दौरान टैकल में गिरोना विंगर पोर्टू के चोटिल होने के बाद तीन मैच के लिए निलंबित कर दिया गया है।

नाचो को मैच के अंतिम क्षणों में बाहर किया गया, जब रियल मैड्रिड 3-0 से लीड कर रही थी।

सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शुरुआत में येलो कार्ड दिखाया गया, बाद में इसे रेड कॉर्ड में बदल दिया गया।

चोटिल पोर्टू को सीधे अस्पताल ले जाया गया और उनके दाहिने टखने में चोट हाई। उनकी वापसी के बारे में अभी कोई अपडेट सामने नहीं आया है।

निलंबन का मतलब है कि नाचो ओसासुना के खिलाफ घरेलू मैदान पर रियल मैड्रिड के लिए नहीं खेल पाएंगे, साथ ही अन्य कुछ और मैचों से उन्हें बाहर होना पड़ सकता है।

 

 

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