कार्लोस अल्कराज ने जिरी लहेच्का को हराकर जीता क्वींस क्लब खिताब

लंदन
स्पेन के युवा टेनिस स्टार कार्लोस अल्काराज (Carlos Alcaraz) ने विंबलडन से ठीक पहले अपनी शानदार फॉर्म का प्रदर्शन करते हुए क्वींस क्लब चैंपियनशिप 2025 का खिताब अपने नाम किया। लंदन के ग्रास कोर्ट पर खेले गए इस फाइनल मुकाबले में उन्होंने चेक के जिरी लहेच्का को कड़े संघर्ष में 7-5, 6-7, 6-2 से हराकर दूसरी बार इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का खिताब जीता।
लगातार 18वीं जीत के साथ रचा नया कीर्तिमान
इस खिताबी जीत के साथ ही कार्लोस अल्काराज ने अपने करियर की सबसे लंबी विजयी लय बना ली है। अब वे लगातार 18 मैच जीत चुके हैं, जो उनके प्रोफेशनल करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। क्वींस क्लब खिताब उनके करियर का चौथा ग्रास कोर्ट टाइटल है। मौजूदा सक्रिय खिलाड़ियों में अब केवल सर्बिया के नोवाक जोकोविच ही उनसे आगे हैं, जिन्होंने अब तक सबसे ज्यादा आठ ग्रास कोर्ट खिताब जीते हैं।
ग्रास कोर्ट पर स्पेन की नई ताकत बने अल्काराज
कार्लोस अल्काराज चार या उससे ज्यादा ग्रास कोर्ट खिताब जीतने वाले केवल तीसरे स्पेनिश और पांचवें सक्रिय पुरुष टेनिस खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे पहले राफेल नडाल और फेलिसियानो लोपेज ने यह उपलब्धि हासिल की थी। बता दें कि अल्कराज ने महज 22 साल की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की, जबकि नडाल को 29 और लोपेज को 37 साल की उम्र में यह सफलता मिली थी।
अब सहज महसूस कर रहा हूं: अल्काराज
क्वींस क्लब में मिली इस जीत के बाद कार्लोस अल्काराज ने स्वीकार किया कि मिट्टी से ग्रास कोर्ट पर आना उनके लिए बड़ी चुनौती थी। उन्होंने कहा, "मिट्टी से ग्रास पर सिर्फ दो दिन की प्रैक्टिस के बाद यहां आना मुश्किल था। मैं बिना किसी बड़ी उम्मीद के आया था। मेरा लक्ष्य सिर्फ दो-तीन मैच खेलकर खुद को ग्रास कोर्ट के लिए तैयार करना था। जल्द ही मैं इस सतह पर ढल गया और इस पर मुझे गर्व है।”
गौरतलब है कि अल्काराज ने कुछ ही हफ्ते पहले, 8 जून को फ्रेंच ओपन के फाइनल में इटली के जैनिक सिनर को हराकर अपना पांचवां ग्रैंड स्लैम खिताब जीता था। फ्रेंच ओपन क्ले कोर्ट पर खेला जाता है और स्पेनिश खिलाड़ी आमतौर पर क्ले कोर्ट पर ही अभ्यास करते हैं।
विंबलडन में हैट्रिक बनाने की कोशिश करेंगे अल्काराज
क्वींस क्लब चैंपियनशिप की जीत के बाद अब कार्लोस अल्काराज की नज़रे विंबलडन पर टिकी हैं, जहां वे लगातार तीसरी बार खिताब जीतने उतरेंगे। अगर वे इस बार भी ट्रॉफी जीतते हैं, तो ओपन एरा में लगातार तीन विंबलडन खिताब जीतने वाले महज चौथे पुरुष खिलाड़ी बन जाएंगे। अब तक यह उपलब्धि केवल ब्योर्न बोर्ग, पीट सैम्प्रास और रोजर फेडरर जैसे दिग्गजों ने ही हासिल की है।