राजनीतिक

क्या बोलीं मीरा कुमार- BJP-अकाली का मिला साथ, लेकिन अपनों ने ही झाड़ा सुखपाल सिंह खैरा से पल्ला

नई दिल्ली

पंजाब में कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा की गिरफ्तारी पर आम आदमी पार्टी की सरकार विपक्ष के निशाने पर है। शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इसका जमकर विरोध किया है। कांग्रेस ने भी इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है। वहीं, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता मीरा कुमार ने इसे कानूनी मामला बताकर इस मुद्दे से पल्ला झड़ा लिया। उन्होंने बिहार की राजधानी पटना में इस मामले पर बयान दिया है।

मीरा कुमार ने कहा, ''ये कानूनी मामले हैं। गिरफ्तारियां कानून के तहत होती हैं। ये एक अलग रास्ता है। राजनीति का इससे कोई संबंध नहीं है।'' इस बात की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है आम आदमी पार्टी के इंडिया गठबंघन में शामिल होने के कारण वह सधा हुआ बयान दे रही हैं। इस दौरान उन्होंने बिहार के ताजा राजनीतिक हालात पर भी अपना पक्ष रखा। उन्होंने बिहार में कैबिनेट के विस्तार के सवाल पर कहा, "कोई आहत नहीं है। कांग्रेस, राजद, जदयू सब साथ में हैं। सब में बहुत सद्भावना है।"

क्या यही है मोहब्बत की दुकान : पुरी
खैरा की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच जारी आरोप-प्रत्यारोप के बीच केंद्रीय मंत्री और भाजपा के नेता हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को तंज कसते हुए कहा कि यह उनकी मोहब्बत की दुकान है। उन्होंने कहा कि यह साफ दिखाता है कि पंजाब और दिल्ली में विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' बिखर रहा है। पुरी ने कहा,‘यह कांग्रेस और आप की मोहब्बत की दुकान है। मैं इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहता, लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं, यह पंजाब और दिल्ली में बिखर रहा आईएनडीआई गठबंधन है।’

आपको बता दें कि कांग्रेस विधायक खैरा को पंजाब पुलिस ने 2015 के मादक पदार्थ तस्करी मामले में गुरुवार सुबह गिरफ्तार किया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस ने पंजाब और दिल्ली में सत्तारूढ़ ‘आप’ पर निशाना साधा है। कांग्रेस और आप दोनों विपक्षी गठबंधन 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस' यानी 'इंडिया' के घटक दल हैं।

खैरा की गिरफ्तारी राजनीतिक प्रतिशोध : वारिंग
खैरा की गिरफ्तारी को ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ करार देते हुए कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने शुक्रवार को कहा कि हम चुप नहीं रह सकते, अंत तक लड़ेंगे। भटिंडा में कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन से पहले वारिंग ने कहा कि पंजाब कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल खैरा से मिलने गया था, लेकिन उन्हें सूचित किया गया कि खैरा को फाजलिका जेल ले जाया जा रहा है। वारिंग ने कहा कि उन्हें (सुखपाल सिंह खैरा) एक पुराने मामले में शामिल करके प्रतिशोध की राजनीति की जा रही है। हम पहले खैरा से मिलेंगे और उनसे मिलने के बाद तय करेंगे कि हमें क्या करना है। यह बदला लेने के लिए किया जा रहा है।

 

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