टीकमगढ़ में थप्पड़कांड में पुलिस ने 7 नामजद व 20 आरोपियों के खिलाफ मारपीट, शासकीय कार्य में बाधा और छेड़छाड़ का मामला दर्ज
टीकमगढ़
टीकमगढ़ जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीताराम ने मंगलवार की सुबह जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार की दोपहर टीकमगढ़ जिले के पुलिस थाना बड़ा गांव की प्रभारी अनुमेहा गुप्ता के साथ जाम के दौरान मारपीट कर दी गई थी और उनके साथ छेड़छाड़ हुई थी। इस मामले में अनुमेहा गुप्ता के आवेदन पर मुन्नीलाल लोधी सहित 7 नामजद और 20 अन्य के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा मारपीट और महिला थाना प्रभारी से छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया है।
क्यों हुआ था विवाद
दरअसल, दरगुवा गांव के रहने वाले एक व्यक्ति की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद परिजन बड़ा गांव पुलिस थाने पहुंचे थे और बड़ा गांव पुलिस ने परिजनों को यह कहकर भगा दिया था कि घटनास्थल उनके क्षेत्र में नहीं आता है। वह 3 घंटे तक परेशान होते रहे, इसके बाद ग्रामीणों ने बड़ा गांव खरगापुर मार्ग पर चक्काजाम कर दिया था।
सूचना मिलने पर चक्काजाम खुलवाने के लिए बड़ा गांव पुलिस थाने की प्रभारी अनुमेहा गुप्ता मौके पर पहुंची थी और उन्होंने ग्रामीणों से चक्का जाम खोलने का अनुरोध किया, तभी ग्रामीणों से उनकी बहस हो गई। इसके बाद थाना प्रभारी ने वहां पर खड़े एक लड़के को तमाचा मार दिया था। जवाब में ग्रामीणों ने थाना प्रभारी को थप्पड़ जड़ दिए थे और मैडम वहां से रफू चक्कर हो गई थी। जैसे ही सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हुआ तो बीती रात्रि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
जांच के लिए एसआईटी का गठन
टीकमगढ़ जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीताराम ने बताया कि इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने एक एसआईटी टीम का गठन किया है जो पूरे मामले की जांच करेगी। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में स्पष्ट तौर पर देख सकते हैं कि चक्काजाम के दौरान महिला थाना प्रभारी द्वारा वहां पर उपस्थित एक लड़के को सबसे पहले तमाचा मारा गया था, इसके जवाब में महिला पुलिस थाना प्रभारी पर ग्रामीणों ने थप्पड़ मारे थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का कहना है कि दोनों पक्षों की जांच की जाएगी।
विवादों से रहा है थाना प्रभारी का नाता
इसके पहले लिधौरा पुलिस थाने की प्रभारी थी, जहां पर उनका विवादों से नाता रहा था। भारतीय जनता पार्टी के एक नेता पर झूठी 307 के मामले को लेकर बवाल मचा था। इसके साथ ही वहां पर उन्होंने गेहूं खरीदी में भी इनके ऊपर घोटाले के आरोप लगे थे।