योगी सरकार ग्रामीण मरीजों को दी राहत, गांवों में मिलेंगी सस्ती दवाएं, खोले जाएंगे केंद्र
लखनऊ
सहकारिता विभाग अब किसानों को खाद-बीज मुहैया कराने के साथ ही ग्रामीणों को सस्ती दवाएं भी बेचेगा। प्रारंभिक सहकारी कृषि समितियां (पैक्सों) पर जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे। प्रत्येक ब्लाक में तीन पैक्सों पर जन औषधि केंद्र खोलने की तैयारी कर ली गई है। पहले चरण में 415 जन औषधि केंद्र खुलने जा रहे हैं।
सहकारिता विभाग के अपर आयुक्त सहकार से समृद्धि श्रीकांत गोस्वामी के मुताबिक अब पैक्सों को बहु्ददेश्यीय बनाने का काम किया जा रहा है। जिसके तहत प्रमुख सचिव सहकारिता बीएल मीणा ने प्रदेश में संचालित पैक्सों पर ग्रामीणों के जीवन से जुड़े कई जरूरी सेवाएं शुरू करने की योजना तैयार कराई है। इन योजनाओं में जन सुविधा केंद्र, पेट्रोल पंप, एलपीजी एजेंसी, भंडारण, कृषि उत्पादों का निर्यात तथा जन औषधि केंद्र खोलने का फैसला लिया गया है। पैक्सों से आवेदन लिए जा रहे हैं।
अपर आयुक्त गोस्वामी के मुताबिक जन औषधि केंद्र के लिए पैक्सों से आए आवेदन में से 415 पैक्सों का चयन पहले चरण में कर लिया गया है। ये सभी केंद्र इस साल के अंत तक खोल दिए जाएंगे। जन औषधि केंद्र खुल जाने से गरीब ग्रामीणों को घर के पास सस्ती दवाएं मिल सकेंगी। पैक्स जन औषधि केंद्र चलाने के लिए किसी से एमओयू भी कर सकते हैं।
सहकारिता राज्यमंत्री जेपीएस राठौर ने बताया कि फिलहाल प्रत्येक ब्लाक में तीन पैक्सों पर जन औषधि केंद्र खोलने का लक्ष्य रखा गया है, बाद में इसकी संख्या और बढ़ाई जाएगी। प्रत्येक जन औषधि केंद्र पर केंद्र सरकार से दो लाख रुपये अनुदान केंद्र सरकार देगी। ग्रामीणों को सस्ती दवाएं मुहैया कराने की दिशा में यह बड़ा कदम है।