इंदौर में 350 करोड़ की लागत से बना ESIC अस्पताल, आज से हो रहा शुरू
इंदौर
इंदौर में ईएसआईसी के सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल की सौगात इंदौर संभाग के लाखों कर्मचारियों को मिलने जा रही है। मंगलवार को अस्पताल का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी औरर मुख्यमंत्री मोहन यादव वर्चुअली करेंगे। साढ़े तीन सौ करोड़ की लागत से अस्प्ताल बनकर तैयार हो चुका है। सोमवार को अलग अलग विभागों ने अेापीडी शुरू कर दी।
500 बिस्तर के अस्पताल में आधुनिक मशीनें
नंदानगर स्थित परिसर में तीन साल पहले अस्पताल की बिल्डिंग का निर्माण शुरू हुआ था। कोविडकाल के कारण काम थोड़ा धीमा रहा, लेकिन तीन माह पहले बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई थी। अस्पताल में मशीनों व उपकरणों को लगाने का काम चल रहा था।
पहले 30 साल पुरानी बिल्डिंग मेें अस्पताल संचालित होता था, लेकिन कई तरह की जांचे व आपरेशन की सुविधा वहां नहीं थी। मरीजों को दूसरे अस्पतालों में रेफर किया जाता था,लेकिन अब इस अस्पताल में ही सुविधाएं मिल जाएगी। इंदौर के अलावा पीथमपुर की कई कंपनियां ईएसआईसी अस्पताल से जुड़ी है। उनके श्रमिकों को एक ही अस्पताल मेें सुविधाएं मिल जाएगी।
छह लाख वर्गफीट में बनी नई बिल्डिंग
अस्पताल की नई बिल्डिंग छह लाख वर्गफीट में बनी हैै। छह मंजिला बिल्डिंग में दो आपरेशन थिएटर 10 से ज्यादा अेापीडी के अलावा मरीजों के लिए खाना बनाने की सुविधा और परिजनों के रहने की सुविधा भी रहेगी। मंगलवार को होने वाले लोकार्पण की तैयारियों का जायजा लेने सोमवार को सांसद शंकर लालवानी और विधायक रमेेश मेंदोला अस्पताल पहुंचे।
लोकार्पण के बाद अस्पताल पुरी तरह शुरू हो जाएगा। एक्सरेे, एमआरआई, सोनोग्राफी जैसी जांचें यहां कम दामों में होगी। यहां आधुनिक लैब भी बनाई गई है। इसके अलावा एमबीबीएस कर चुके जूनियर डाक्टरों को बांड के तहत एक साल के लिए यहां इंटर्नशीप के लिए सरकार ने भेजा है।
मिलेंगी आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं
बता दें कि अस्पताल का काम तेजी से चल रहा है। वर्षा के दिनों में भी इसका निर्माण कार्य रोका नहीं गया। इस अस्पताल को सुपर स्पेशिएलिटी की तर्ज पर बनाया जा रहा है। इसमें आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं के तमाम साधन और सुविधाएं मरीजों को मिलेगी। अस्पताल में मरीजों की एमआरआइ, सीटी स्कैन जैसी अन्य महंगी जांचें भी हो सकेंगी। अभी तक कई जांच निजी अस्पतालों में बीमा अस्पताल द्वारा करवाई जाती थी। इसके चलते लाखों रुपये का भुगतान निजी अस्पतालों को करना पड़ता था, वहीं अस्पताल बन जाने के बाद जांच के साथ ही गंभीर बीमारियों का इलाज भी मिल सकेगा।
छह मंजिला होगा अस्पताल
करीब छह लाख वर्गफीट में निर्माण किया जा रहा अस्पताल छह मंजिला होगा। अस्पताल में मरीजों के इलाज के दौरान उनके स्वजन भी ठहर सकेंगे। मरीजों के साथ स्वजन को भी भोजन की सुविधा मिलेगी। इसके लिए माडर्न किचन भी तैयार किया जा रहा है।