पुराने शहर की लचर यातायात व्यवस्था मेट्रो बैरिकेडिंग लगने के बाद और भी खस्ताहाल
भोपाल
पुराने शहर की लचर यातायात व्यवस्था मेट्रो बैरिकेडिंग लगने के बाद और भी खस्ताहाल हो चुकी है। सड़कों पर वाहन रेंगते हैं और दिनभर जाम के हालात बने रहते हैं। वहीं इस इलाके में यदि कोई वीआइपी मूवमेंट हो जाए तो चंद मिनटों में एक किलोमीटर तक सड़कें जाम हो जाती हैं। ट्रैफिक अव्यवस्थाओं की इन्हीं चुनौतियों से निपटने के लिए अब ट्रैफिक पुलिस पुराने भोपाल के चौराहों पर अतिरिक्त बल तैनात करने की तैयारी में है।
यातायात की दुर्दशा को लेकर मैदानी अमले ने उच्च अधिकारियों को अवगत कराया है, जिसके बाद मैनुअल ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए अतिरिक्त बल की आवश्यकता महसूस की गई। इसी मांग को लेकर ट्रैफिक डीसीपी संजय सिंह ने भोपाल पुलिस आयुक्त हरिनारायण चारी मिश्र को पत्र लिखा है।
ट्रैफिक डीसीपी ने पुलिस आयुक्त को भेजे मांग पत्र में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए 40 पुलिसकर्मियों की मांग की है। वर्तमान में यातायात पुलिस के पास सक्रिय करीब 450 पुलिसकर्मियों का बल है, जो शहर के विभिन्न चौराहों पर तैनात होते हैं। चूंकि पुराने शहर के कई ट्रैफिक सिग्नल बिगड़े हुए हैं और यातायात नियमों को तांक पर रखकर वाहन चलाए जाते हैं, जिससे अव्यवस्था और भी बढ़ जाती है। वहीं त्योहार को दृष्टिगत रखते हुए आवाजाही बढ़ने की संभावना है। इसे देखते हुए ट्रैफिक पुलिस करोंद चौराहे से लेकर बस स्टैंड और भारत टाकीज तक मैनुअल ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए पुलिसकर्मी तैनात करेगी।
ट्रैफिक जाम को लेकर लगातार शिकायतें आ रही है
डीसीपी, ट्रैफिक पुलिस संजय सिंह ने कहा कि पुराने शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या को लेकर लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। वाहन चालकों द्वारा नियमों की अनदेखी होना जाम का सबसे बड़ा कारण है। ऐसे में अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की आवश्यकता महसूस हुई है।