मंत्री के रूप में पहली बार हरियाणा सचिवालय पहुंची श्रुति चौधरी भी आत्मविश्वास से भरी नजर आई, कहा- ये गौरव का क्षण
चंडीगढ़
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की तीसरी पीढ़ी से उनकी पोती श्रुति चौधरी चुनकर विधानसभा पहुंची और भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें सम्मान देते हुए मंत्रिमंडल में स्थान दिया। ऐसे में जहां तोशाम हलके में चौधरी बंसीलाल की राजनीतिक विरासत को लेकर उठने वाले सवालों के जवाब मिल गए। वहीं, आज एक मंत्री के रूप में पहली बार हरियाणा सचिवालय पहुंची श्रुति चौधरी भी आत्मविश्वास से भरी नजर आई। ऐसे में हमने श्रुति चौधरी से खास बातचीत की तो उन्होंने भी एक परिपक्व राजनेता की तरह हर सवाल का बखूबी जवाब दिया।
मंत्री के रूप में हरियाणा सचिवालय में पहुंचने को लेकर श्रुति चौधरी ने अपने लिए एक बड़ा क्षण बताया। श्रुति ने बताया कि कभी उनके दादा चौधरी बंसीलाल, उनके पिता चौधरी सुरेंद्र सिंह, उनकी माता किरण चौधरी बहुत मेहनत कर जनता से आशीर्वाद हासिल कर यहां तक पहुंचे थे। उसी प्रकार से जनता ने उन्हें अपना आशीर्वाद देते हुए यह मौका दिया है। इसलिए वह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का धन्यवाद करती है, जिन्होंने उन्हें इतना मान-सम्मान दिया।
एक मिनट भी बेकार नहीं करते सीएम
सरकार के कामकाज को लेकर श्रुति चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी एक मिनट भी बेकार नहीं करना चाहते। जनता के कामों को लेकर उनकी रफ्तार बहुत तेज है। उनका मानना है कि हरियाणा की जनता का हर काम जल्दी और तेज गति से होना चाहिए, जिससे लोगों को कई दिक्कत ना आए। आज की कैबिनेट में भी सीएम ने निर्देश दिए हैं कि धान और बाजरे की खरीद व उठान को लेकर मंडियों में किसानों को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। सब कुछ सही से होना चाहिए।
हरियाणा के लिए गौरव का क्षण था
हरियाणा मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह को एक ऐतिहासिक क्षण बताते हुए श्रुति ने कहा कि हरियाणा ने कभी भी ऐसा भव्य समारोह नहीं दिखा था वह पूरे प्रदेश के लिए एक गौरव का क्षण था। हरियाणा की जनता ने सकरा को एक बड़ा बहुमत दिया, जिसके चलते एक तरफा जीत हासिल हुई। यह सब उसी का हिस्सा था। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में शपथ ग्रहण समारोह पूरा हुआ। देश का तमाम नेतृत्व भी वहां मौजूद था। इससे बड़ा मान-सम्मान प्रदेश के लिए नहीं हो सकता।
महिलाओं के प्रति गंभीर सरकार
श्रुति चौधरी ने कहा कि महिलाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी हमेशा से ही गंभीर रही है। यहीं कारण है कि अपने चुनावी संकल्प पत्र में भी पार्टी ने सबसे पहले महिलाओं को 2100 रुपए देने और कॉलेज जाने वाली बच्चियों को स्कूटी देने की बात कही थी। बीजेपी की ओर से ही महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने की बात कही गई है। महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार पूरी तरह से गंभीर है।